आँखों की देखभाल स्वास्थ्य देखभाल का एक महत्वपूर्ण अंग है। हमारी आँखें हमारे दैनिक कार्यों को करने के लिए आवश्यक हैं। किसी भी दृष्टि समस्या के कारण हमें दूसरों पर निर्भर होना पड़ सकता है। इसका हमारे परिवार और समुदाय दोनों पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है।

एम्स द्वारा किए गए राष्ट्रीय दृष्टिहीनता एवं दृश्य हानि सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में बहुत से लोग किसी न किसी प्रकार की दृष्टि हानि से प्रभावित हैं, जिसका प्रभाव व्यक्ति, परिवार, समुदाय और व्यापक अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। इस प्रभाव को कम करने के लिए, डी.जे.जे.एस. आरोग्य ने आर.पी. सेंटर (एम्स), नई दिल्ली के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया है कि समाज के वंचित वर्ग के रोगियों को उच्चतम स्तर की देखभाल और निःशुल्क नेत्र देखभाल ओ.पी.डी. सेवाएँ प्राप्त हों।

दिव्यधाम आश्रम में अगस्त 2023 से सितंबर 2024 तक आयोजित नेत्र चिकित्सा शिविरों में बहुत अधिक संख्या में रोगी लाभान्वित हुए, जिसकी विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है।
• आंखों की शीघ्र जाँच : विभिन्न नेत्र चिकित्सा के लिए कुल 5,837 रोगियों की जांच की गई।
• मोतियाबिंद सर्जरी रेफरल: 635 मरीजों की जाँच की गई और उन्हें मोतियाबिंद सर्जरी के लिए रेफर किया गया, जो कई मामलों में अंधेपन को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
• अन्य नेत्र रोग रेफरल: 530 रोगियों को अन्य नेत्र रोगों के इलाज के लिए रेफर किया गया, यह सुनिश्चित करते हुए कि उन्हें आवश्यक चिकित्सा मिले।
• कुल अपवर्तन परीक्षण: आवश्यकता के अनुसार उचित सुधारात्मक उपायों को निर्धारित करने के लिए 2,559 रोगियों का अपवर्तन परीक्षण किया गया।
• चश्मा वितरण : 2,200 रोगियों के दृष्टि दोषों को ठीक करने के लिए चश्मे दिए गए, जिससे उनके जीवन में सुधार देखने को मिला।
ये निःशुल्क शिविर प्रत्येक सोमवार को दिल्ली के दिव्यधाम आश्रम स्थित प्राथमिक नेत्र चिकित्सा शिविर (पी.ई.सी.), में आयोजित किए जाते हैं जिनका उद्येश्य समाज के वंचित वर्गों के लिए, नेत्र देखभाल सेवाओं को पहुँचाना है।