दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन द्वारा गठित दिव्य ज्योति वेद मन्दिर वैदिक परम्परा की पुनर्स्थापना एवं प्रचार-प्रसार हेतु संलग्न है।
दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की असीम अनुकम्पा से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा १८ व १९ अगस्त २०२२ को जन्माष्टमी का भव्य कार्यक्रम द्वारका सेक्टर १०, दिल्ली में आयोजित किया गया। जन्माष्टमी महोत्सव का शुभारम्भ दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के ब्रह्मज्ञानी वेदपाठियों द्वारा शुक्ल यजुर्वेदीय रुद्राष्टाध्यायी के विशुद्ध उच्चारण के साथ किया गया।
इस महोत्सव के निमित्त देश के विभिन्न राज्यों से ब्रह्मज्ञानी वेदपाठी एकत्रित हुए। सर्वप्रथम, वेदपाठियों द्वारा दिव्य एवं भव्य शोभायात्रा आयोजित की गई जिसमें देशभर से लगभग २०० से अधिक वेदपाठी भाई एवं बहनें SAM International School, Sec-12, द्वारका, दिल्ली से कार्यक्रम स्थल तक वेद व् अध्यात्म पूरित जन-जागृति का प्रसार करते हुए विशाल शोभा यात्रा में सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम स्थल पर पहुँचने के उपरान्त श्री कृष्ण कन्हैया के जयघोष लगाते हुए सभी वेदपाठी मंचासीन हुए। तदोपरांत, जन्माष्टमी पर्व की शुभकामनाएँ देते हुए साध्वी दीपा भारती जी ने संस्कृत भाषा में सभी वेदपाठियों का लघु परिचय दिया और दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के उद्देश्य अथवा वेद मन्दिर द्वारा क्रियान्वित विश्वव्यापी गतिविधियों से सभी को अवगत करवाया।
तत्पश्चात, ब्रह्मज्ञानी वेदपाठियों द्वारा सामूहिक शंखनाद किया गया जिससे सम्पूर्ण वातावरण आध्यात्मिक तरंगो से झंकृत हो उठा। दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के चरणों में मन्त्र वन्दना करते हुए सभी ब्रह्मज्ञानी वेदपाठियों ने शुक्ल यजुर्वेदीय रुद्राष्टाध्यायी का विशुद्ध उच्चारण कर जन्माष्टमी महोत्सव का शुभारम्भ किया।
तदोपरांत, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा भगवान श्री कृष्ण की दिव्य लीलाओं का नृत्य मंचन किया गया एवं विदुषी साध्वी बहनों एवं महात्मा गण द्वारा लीलाओं से जुड़े अध्यात्मिक सार को जनमानस के संप्रेषित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भा.ज.पा. के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री जे. पी. नड्डा जी अन्य विशिष्ट अतिथियों समेत सम्मिलित हुए।