Read in English

भारत के आध्यात्मिक ग्रन्थों ने निहित समृद्ध ज्ञान ने, भारत को विश्व का जगद्गुरु बनाया है। यह भूमि देवताओं द्वारा पूजित है। पूरा विश्व इस सत्य का साक्षी रहा है कि भारत भूमि के संतों, वैज्ञानिकों और बुद्धिजीवियों ने दुनिया को नई दिशा प्रदान की है।

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के सहयोग से दिव्य ज्योति वेद मंदिर ने 29 जनवरी 2019 को कुंभ मेला प्रयागराज में एक दिव्य नाटक प्रस्तुत किया। "भारत से इंडिया तक" विषय पर आधारित नाटक, महान वैदिक संस्कृति और संस्कृत भाषा के संरक्षण हेतु समर्पित था। साध्वी तपेश्वरी भारती जी ने बताया कि युगों-युगों से भारत के पवित्र वेदों और धर्मग्रन्थों में निहित ज्ञान, दुनिया के लिए आध्यात्मिक प्रकाशस्तंभ के रूप में स्थापित है। भारतीयों ने अपनी संस्कृति और परंपरा की महत्ता को जानते हुए, भावी पीढ़ियों के लिए इसे खूबसूरती से संरक्षित किया है। भारतीय संस्कृति और परंपरा, भारत का अंतर्निहित व अविभाज्य भाग हैं।

नाटक ने बड़े ही प्रभावशाली ढ़ंग से भारतीय संस्कृति और संस्कृत भाषा के महत्त्व को दर्शाया। समृद्ध भारतीय विरासत के खोए हुए सार को पुनर्जीवित करने हेतु विभिन्न प्रयासों द्वारा संस्कृत भाषा बोलने के महत्व को रखा गया। नाटक में विभिन्न पहलुओं द्वारा बताया गया कि कैसे हमारा भारत, इंडिया में बदल गया और अब कैसे हम पुनः वास्तविक भारत का निर्माण कर सकते हैं। इस नाटक ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध करते हुए, विश्व पटल पर भारत की महान छवि को अमिट बनाने हेतु जीवन में आध्यात्मिकता और वैदिक संस्कृति को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया।

दर्शकों ने दिव्य ज्योति वेद मंदिर के प्रयासों की सराहना की, जिसके माध्यम से व्यावहारिक, तर्कसंगत और वैज्ञानिक व्याख्या द्वारा भारत की आध्यात्मिक विरासत का कायाकल्प किया जा रहा है और हमारी आध्यात्मिक संस्कृति के विषय में जागरूकता लाई जा रही है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथिगण: डॉ नरेंद्र सिंह गौर (पूर्व- उच्च शिक्षा मंत्री, वरिष्ठ बीजेपी नेता, प्रयागराज), डॉ कृतिका अग्रवाल (भाजपा महिला मोर्चा मंत्री, यू.पी. एवं संयोजक - बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ), श्री अब्दुल रफीक (डायरेक्टर, सेंट पीटर्स एकेडमी स्कूल, गोविंदपुर, प्रयागराज), श्री वेद प्रकाश (सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक, संस्कार भारती), डॉ नितिन अग्रवाल (प्रबंध संयोजक, ब्लिस आयुर्वेद प्राइवेट लिमिटेड)।

A Stellar Play by Divya Jyoti Ved Mandir at Kumbh Mela Prayagraj Rejuvenated Indian Culture

Subscribe Newsletter

Subscribe below to receive our News & Events each month in your inbox