दिव्य ज्योति वेद मन्दिर द्वारा नेहरु प्लेस, नई दिल्ली के ब्रह्मज्ञानी वेदपाठियों के उत्साहवर्धन व गुरुदेव के श्री चरणों में अपने भाव अर्पण करने हेतु उद्यमेन प्रसन्नः गुरुप्रसादफलम्- आशुतोषार्पणम् नामक कार्यक्रम १४ मई २०२३ को आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के प्रचारक जन व दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के प्रतिनिधिय उपस्थित रहें। श्रीमती शोभा शुक्ला, जिला अध्यक्ष, महिला मोर्चा, भाजपा, अध्यक्ष, दक्षिणी लोकसभा उज्जवला योजना व राष्ट्रीय मंत्री, अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा, श्री कृष्ण चंद्र तिवारी, जिला अध्यक्ष, अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण सभा, महरौली एवं श्री बी. वी. पाठक, अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा, दक्षिणी जिला महरौली ने अपनी अपस्थिति द्वारा कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
पीताम्बर वस्त्र व त्रिपुण्ड भाल से सुसज्जित, ब्रह्मज्ञानी वेद पाठियों द्वारा कार्यक्रम का आरम्भ शुक्ल यजुर्वेदीय रुद्राष्टाध्यायी के मन्त्रों के उच्चारण के साथ हुआ। सम्पूर्ण वातावरण वैदिक मन्त्रों की ध्वनि से स्पन्दित हो उठा। दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के कार्यकर्ता द्वारा झटपट बोल नामक गतिविधि द्वारा सभी को द्रुत गति से संस्कृत के वाक्य, वर्ण और मन्त्रों को पढने के लिए दिया गया। इस रोचक गतिविधि के माध्यम से सभी ने संस्कृत के वर्णों का स्पष्ट उच्चारण, उच्चारण स्थान का ध्यान देते हुए करने का प्रयास किया।
तदोपरान्त, साध्वी श्रीपदा भारती, संयोजिका, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान नेहरु प्लेस शाखा, ने दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य स्व के साथ हुई एक दृष्टान्त साँझा करते हुए बताया की दिव्य गुरु सदैव संस्कृत भाषा के प्रचार और उत्थान हेतु संवेदनशील व प्रयासरत्त रहे हैं। इसी के फल स्वरुप आज दिव्य गुरु की अनुकम्पा से ही दिव्य ज्योति वेद मन्दिर के माध्यम से असङ्ख्य लोगों ने संस्कृत और वेदों का अध्ययन आरम्भ किया है। इसके उपरान्त, सभी को रुद्री पाठ की कक्षाओं को सफलतापूर्वक अध्ययन करने हेतु प्रमाण पत्र दिए गए। साध्वी दीपा भारती जी द्वारा सभी को रुद्री पाठ कक्षाओं में पढ़ने हेतु बधाई दी। साध्वी जी ने दिव्य गुरु द्वारा उक्त चार आज्ञाओं को सभी के समक्ष रखा और सभी को निष्काम व निःस्वार्थ भाव से वेदों के प्रचार-प्रसार हेतु अग्रसर होने हेतु प्रेरित किया।
वैदिक संस्कृति के संरक्षण के प्रति वृहद् स्तर पर युवाओं की कटिबद्धता से प्रभावित हो श्रीमती शोभा शुक्ला जी ने कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा की। साध्वी नीमा भारती जी ने गणमान्य अतिथियों, कार्यकर्ताओं, ब्रह्मज्ञानी वेदपाठियों और एकमात्र प्रेरणा स्रोत- दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी को धन्यवाद दिया। सामूहिक चित्र व मङ्गल आरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।