ज्ञान हमारे मन के अंधकार को दूर कर हमारे जीवन को प्रकाशमय बना देता है I और ज्ञान का सबसे उत्तम माध्यम है पुस्तकें I पुस्तकें ज्ञान का भण्डार होती हैं जिनसे हमें जीवन में महान कार्य करने की प्रेरणा मिलती है I
पुस्तकों के इस महत्त्व को भली-प्रकार समझते हुए मंथन ने अपने पंजाब स्थित तीन केन्द्रों में पुस्तक वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया I किचलू नगर केंद्र में 22 मई 2019, गोपाल नगर केंद्र में 23 मई 2019 और 27 मई 2019 सेखेवाल केंद्र में पुस्तक वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया I इन कार्यक्रमों के दौरान अतिथि के रूप में Mr. L.K. Malik (MD, Max hearing centre), Mr. Jatinder Singh (Principal, GRH school), Mrs. Gurdeep Kaur, Dr. Bindra, Sh. Manu Johar (Industrialist), Mrs. Kaushalya Johar, Mr.Vipin Jaidik (Industrialist), Madhu Sudan Midha, Sh.Tarlochan Singh के साथ-साथ दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के प्रचारक स्वामी प्रकाशानंद जी, साध्वी वीरेशा भारती जी, साध्वी रजनी भारती जी, साध्वी नीरजा भारती जी भी उपस्थित थे I जिन्होंने मंथन के लगभग 202 छात्र-छात्राओं को निशुल्क पुस्तकें वितरित कीं I स्वामी जी ने मंथन प्रकल्प के लक्ष्य को विस्तारपूर्वक साँझा करते हुए बताया कि मंथन : संपूर्ण विकास केंद्र दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा संस्थापित एवं संचालित एक सामाजिक प्रकल्प है जिसके तहत देश के अभावग्रस्त बच्चों को निशुल्क और मूल्याधारित शिक्षा प्रदान की जाती है I मंथन का लक्ष्य केवल अभावग्रस्त बच्चों को शिक्षित करना नहीं है अपितु उनके मानसिक, सामाजिक, आध्यात्मिक व शारीरिक सभी पहलूओं को ध्यान में रख संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास करना है I साथ ही उन्होंने पुस्तकों के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पुस्तकें चरित्र निर्माण का सर्वोत्तम साधन हैं I इसलिए पुस्तकों को सर्वोत्तम उपहार माना गया है I अपने प्रेरणादायक विचारों को विराम देते हुए उन्होंने सभी अतिथियों का हार्दिक धन्यवाद किया जिन्होंने छात्रों को इतने अनमोल उपहार से गौरवान्वित किया I अतिथियों ने मंथन के इस अति-विशिष्ट योगदान की सरहाना करते हुए भावी समय में अन्य सहायता देने का आश्वासन दिया I