वर्तमान समय में शिक्षा ने कक्षा की चार दीवारी को पार कर लिया है। बच्चों के समग्र विकास हेतु पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ सह-पाठयक्रम गतिविधियों के आयोजन द्वारा बच्चों में समस्या के समाधान, रचनात्मकता और सहयोगात्मक क्षमताओं का विकास होता है l
मंथन-सम्पूर्ण विकास केन्द्र द्वारा अगस्त माह में विभिन्न ऑनलाइन कार्यशालाएं जैसे जीवन कौशल कार्यशाला, संस्कारशाला, संगीतशाला, भारत गौरव गाथा, नींव कार्यशाला, नैतिक शिक्षा सत्रों का आयोजन किया गया। इन कार्यशालाओं में मंथन पाठशाला के साथ-साथ मंथन-सम्पूर्ण विकास केन्द्र (SVK) के पंजाब, बिहार एवं हरियाणा स्थित ऑफ़लाइन केन्द्रों के कुल 879 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मंथन द्वारा आयोजित संगीतशाला में संस्कृत गीत, श्लोक और प्रेरणात्मक कहानियाँ सुनाई गई। नीवं कार्यशाला के अंतर्गत 'स्वतंत्रता दिवस के वास्तविक अर्थ' को समझाया गया जिसका संचालन श्री मिथिलेश कुमार सिंह द्वारा किया गया, जिन्हें डीएम जौनपुर और गाज़ियाबाद से सर्वश्रेष्ठ वक्ता का पुरस्कार प्राप्त है। बच्चों ने सीखा कि हमें आजादी बहुत त्याग और धैर्य के बाद मिली है इसलिए हमें देश की उन्नति के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए । जन्माष्टमी और मैत्री दिवस के अवसर पर नैतिक शिक्षा सत्रों का आयोजन किया, जिसके अंतर्गत भगवान श्री कृष्ण के जीवन से शिक्षाएं एवं वास्तविक मित्रता के बारे में बताया गया l भगवान श्री कृष्ण का जीवन चुनौतियों से भरा था, और उन्हें कितनी ही बाधाओं का सामना करना पड़ा, फिर भी भगवान कृष्ण के चेहरे पर मुस्कान कभी फीकी नहीं पड़ी। इसलिए जीवन में आने वाली समस्याओं का प्रसन्नता पूर्वक सामना करना चाहिए l भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। उन्होंने हमें सिखाया कि सम्मान और प्यार अच्छी दोस्ती के महत्वपूर्ण तत्व हैं।
जीवन कौशल कार्यशालाओं का संचालन साध्वी अनीशा भारती जी द्वारा किया गया, जिनका विषय “Unity is Strength” और “Memory Improvement Skills” था l इन कार्यशालाओं के माध्यम से साध्वी जी ने बच्चों को स्मरण शक्ति को बढ़ाने हेतु उपाय बताए l नियमित संस्कारशालाओं ने बच्चों को नियमित आदतों का पालन करने और इसे अपनी जीवन शैली में नियमित बनने के लिए प्रेरित किया ।
साथ ही भारत गौरव गाथा- “आओ करें भारत की सैर” सत्र में बच्चों को भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति से अवगत करवाया जाता है। सत्र के दौरान बच्चों के समक्ष गुजरात राज्य के दौरे का चित्रण किया, जिसमें इसके भौगोलिक क्षेत्र, इतिहास, सांस्कृतिक मूल्यों जैसे त्यौहार, व्यंजन, लोक संगीत, नृत्य, राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य, विरासत स्थल, प्रख्यात नायकों के बारे में जानकारी प्रदान की गई ।
मंथन- सम्पूर्ण विकास केन्द्र द्वारा बच्चों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं के कौशल विकास के लिए भी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है l इसी श्रृंखला में कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन कक्षाओं में Screenshot और Screen recording लेने के बारे में प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
मंथन के ऑफ़लाइन केन्द्रों द्वारा स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया l बच्चों को स्वतंत्रता दिवस के महत्व के बारे में बताया गया और साथ ही देश की संस्कृति और नैतिकता की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया।
अंत में बच्चों ने मंथन- सम्पूर्ण विकास केन्द्र (SVK), द्वारा आयोजित सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों की कार्यशालाओं के आयोजन करने हेतु सभी का धन्यवाद किया तथा यह प्रण लिया कि वे कार्यशाला में सिखाये गए मूल्यों को अपने जीवन में धारण करेंगे l