सितम्बर 2024 माह में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के समग्र सिक्षा प्रकल्प मंथन - सम्पूर्ण विकास केन्द्र ने अपनी विभिन्न कार्यशालाओं के माध्यम से देश भर से 2346 से अधिक विद्यार्थियों को लाभान्वित किया। आयोजित की गई कार्यशालाओं का विवरण निम्नलिखित है-
जीवन कौशल कार्यशाला का आयोजन साध्वी अनीशा भारती जी द्वारा ‘वाक् कौशल’ पर किया गया। साध्वी जी ने बताया की वाक् कौशल प्रत्येक व्यक्ति के लिए अत्यंत आवश्यक है व इसके माध्यम से आप अपने भावों एवं विचारों को प्रभावी रूप से व्यक्त कर पाते हैं। साध्वी जी ने बच्चों के साथ छोटी-छोटी गतिविधियां भी की जिससे वे अपने विचारों को कुशलता पूर्वक रखना सीख पाए।
मंथन सम्पूर्ण विकास केंद्र
भारत गौरव गाथा- आओ करें भारत की सैर गतिविधि के अंतर्गत बच्चों ने भारत के विभिन्न सांस्कृतिक स्थलों के विषय में जाना। हिमालय में ट्रेकिंग, स्कीइंग से लेकर राजस्थान में रेगिस्तान सफारी व अंडमान द्वीप के घने जंगलों एवं समुद्री तट के विषय में भी जाना । इस सत्र के माध्यम से बच्चे भारत के पर्यटन एवं यात्रा अद्योग के विषय में समझ पाए।
SUPW कार्यशाला में बच्चों ने पर्यवारण अनुकूल एवं रसायन-रहित हस्तनिर्मित साबुन, दन्त मंजन एवं डिटर्जेंट बनाना सीखा। यह सत्र बच्चों के लिए अत्यंत रोचक रहा।
गणेश चतुर्थी- विद्यार्थियों ने सभी के साथ मिलकर गणेश चतुर्थी पर्व को मनाया। विद्यार्थियों ने अपने सेंटर में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, भावपूर्ण भजन, एवं श्री गणपति जी से सम्बंधित कहानियाँ सुनी जिसके माध्यम से वे इस पर्व के महत्त्व व श्री गणपति के स्वरुप में निहित अध्यात्मिक संकेतों से अवगत हुए।
स्वास्थय-शिविर- मंथन द्वारा समय-समय पर विद्यार्थियों हेतु स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाता है। इस माह भी विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाते हुए चिकित्सकों द्वारा अपना परीक्षण करवाया। विद्यार्थियों को दन्त चिकत्सा, पोषाहार आदि प्रदान किया गया। उपस्थित चिकित्सकों ने बच्चों को हाथ धोकर खाना खाना, सुबह और रात को दांतों को साफ़ करके सोने तथा पौष्टिक आहार आदि लेने हेतु प्रोत्साहित किया।
अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM)- माता-पिता और शिक्षकों के बीच प्रबल संचार को बढ़ावा देने हेतु इस बैठक को आयोजित किया गया। इसके द्वारा शिक्षकों ने अभिभावकों से बच्चों की शैक्षणिक प्रगति एवं सुधार के क्षेत्रों पर चर्चा की। गत मास से अब तक बच्चों में आए सुधार एवं सुधार के क्षेत्रों पर भी शिक्षकों द्वारा अभिभावकों के साथ विस्तृत चर्चा की गई।
शिक्षक दिवस- अपने शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने हेतु विद्यार्थियों ने अत्यन्त हर्ष के साथ शिक्षक दिवस को मनाया। विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों हेतु नृत्य, स्पीच, गीत इत्यादि प्रस्तुत किये व हस्तनिर्मित कार्ड भी भेंट किये। इस अवसर पर, चिर-स्थाई ज्ञान से शिष्य को अभिभूत करने वाले, दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के चरण कमलों में भी सभी ने वंदन व नमन अर्पित किया। इसी शुभ अवसर पर दान उत्सव 2024 का विधिवत प्रमोचन किया गया। दान उत्सव 5 सितम्बर 2024 से 31 अक्टूबर 2024 तक संचालित रहेगा जिसके माध्यम से सभी लोग स्वेच्छा से शिक्षा हेतु योगदान दे सकेंगे। इसकी विस्तृत जानकारी मंथन सम्पूर्ण विकास केंद्र के आधिकारिक वेबसाइट (djjs.org/manthan/daanutsav) पर उपलब्ध है।