Covid-19 महामारी के इस अनिश्चित समय में लोग अपने - अपने घरों के अंदर रहते हुए अपने समय का सदुपयोग करने, दैनिक दिनचर्या की एकरसता को तोड़ने तथा अपने कौशल में वृद्धि करने के दृष्टिकोण से विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन कक्षाओं में नामांकन करा रहे हैं। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से ऑनलाइन कक्षाओं का सञ्चालन किया जा रहा है। मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र में भी सीखने की प्रणाली ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से परिवर्तित हुई है। इसी सन्दर्भ में मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र द्वारा अगस्त माह में अपने प्रकल्प "SYAHI- प्रौढ़ शिक्षा केंद्र" के अंतर्गत 40 एवं उससे ऊपर के आयु वर्ग के लिए एक "इक्कीस दिवसीय- हस्ताक्षर शिविर" का आयोजन किया गया था जिसमें प्रौढ़ वर्ग ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। अंतिम कक्षा के पश्चात् शिविर का सफलता पूर्वक समापन किया गया।
10 अगस्त - 31 अगस्त 2021 के मध्य हस्ताक्षर शिविर का सञ्चालन किया गया। शिविर में देश के विभिन्न प्रांतो से ज्ञान अर्जित करने के इच्छुक लोगों ने इस कार्यशाला में उत्साहपूर्ण नामांकन कराया एवं कक्षाओं में भाग लिया। शिविर में प्रतिभागियों को कई महत्वपूर्ण बुनियादी पहलुओं जैसे अक्षर ज्ञान, मात्रा ज्ञान, समय देखना, संख्या ज्ञान, बस एवं मकान नंबर पहचानना तथा अपना नाम लिखना सिखाया गया। मंथन अध्यापकों एवं सेवादारों द्वारा बेहद रूचिप्रद एवं सरल तरीकों के माध्यम से प्रतिभागियों को बुनियादी मौखिक एवं लिखित हिंदी ज्ञान से परिचित कराया गया। मंथन अध्यापकों एवं सेवादारों ने दिन - प्रतिदिन के उदाहरणों द्वारा गणित के संख्या ज्ञान से सबको अवगत कराया। प्रत्येक दिवस सभी को अध्यापकों द्वारा गृहकार्य देने एवं उसके अवलोकन का प्रावधान था जिससे की प्रतिभागियों द्वारा कक्षा में सिखाये गए विषयों का स्वपाठन किया जा सके। इसके अतिरिक्त शिविर समापन के पश्चात् प्रतिभागियों के लिए एक परीक्षा का प्रावधान है जिसका जल्द ही आयोजन किया जाएगा तथा प्रदर्शन के अनुसार अंक प्रदान किये जाएंगे।
मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र के अंतर्गत "स्याही- प्रौढ़ शिक्षा केंद्र" प्रकल्प की स्थापना की गयी थी। इस प्रकल्प का ध्येय समाज की अशिक्षित महिलाओं एवं पुरुषों को शिक्षा प्रदान करना एवं उन्हें सशक्त बनाना है।