दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, अनैतिकता व अमानवीयता रूपी विध्वंस की ओर बढ़ते समाज के उत्थान हेतु सृजनात्मक ऊर्जा प्रदान करने के लिए निरंतर कार्यरत है| 5 मई 2018 को, शहीद भगत सिंह नगर, पंजाब में दैवीय तरंगों से ओतप्रोत कार्यक्रम- “दिव्य क्रांति- व्यक्ति से विश्व तक परिवर्तन की लहर” कार्यक्रम का आयोजन किया गया| इस आयोजन में संस्थान के संत समाज द्वारा प्रेरणादायक गीतों और भजनों का सुंदर गायन किया गया।
संस्थान के संचालक व संस्थापक – सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुमेधा भारती जी ने जीवन पथ को प्रकाशित करने हेतु ज्ञानवर्धक विचारों को प्रदान किया| साध्वी जी ने समझाया कि विश्व परिवर्तन के लिए विश्व की इकाई मानव को परिवर्तित करने की आवश्कता है| इस परिवर्तन हेतु मानव मूल अर्थात आत्मा के जागरण की अनिवार्यता है| आत्म-जागरण के अभाव में मात्र बाहरिय व बौद्धिक पद्धति समूल परिवर्तन व मानवीय उत्थान में सक्षम नहीं है| सभी प्रमाणिक आध्यात्मिक शास्त्र भी इस तथ्य का स्वीकार करते है कि आत्मा जागरण मात्र ब्रह्मज्ञान द्वारा ही सम्भव है।
एक ब्रह्मनिष्ठ सतगुरु ही ब्रह्मज्ञान के शाश्वत विज्ञान द्वारा मानवता को शांति व आनंद प्रदान कर सकते हैं| ब्रह्मज्ञान आधारित ध्यान पद्धति द्वारा मानव के तन, मन व बुद्धि में सकारात्मक परिवर्तन सम्भव होता है| कार्यक्रम से प्रभावित हो उपस्थित लोगों ने दिव्य क्रांति के सहयोगी बनने हेतु अपने जीवन में ब्रह्मज्ञान की अनिवार्यता को स्वीकार किया।