"संगीत- ईश्वर की प्रसन्नता का द्योतक है" - श्री अरविंदो। कुंभ मेला प्रयागराज में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित दिव्य भजन संध्याओं ने वातावरण में दिव्यता का संचार किया। ब्रह्मज्ञानी सन्त समाज व संगीतज्ञों द्वारा भजनों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को मन्त्रमुग्ध कर दिया। 3 और 4 फरवरी 2019 को कार्यक्रम के माध्यम से साध्वी दिपांकरा भारती जी और साध्वी लोकेषा भारती जी ने भक्तिपूर्ण विचारों व तथ्यों को प्रस्तुत किया। साध्वी जी ने बताया कि संगीत का प्रभाव मानव हृदय में दिव्य भावनाओं को जागृत करने में सक्षम है। भगवान की महिमा, अपने आप में ही, मानसिक पतन को रोककर व्यक्ति को उसकी उच्चतम क्षमता में स्थित करने का श्रेष्ठ साधन है। उस परम स्रोत से जुड़ने पर मन की क्षमता असीम हो जाती है।
साध्वी जी ने बताया कि आज के मनुष्य को आंतरिक शांति की आवश्यकता है, जो केवल एक स्थिर मन के माध्यम से ही प्राप्त की जा सकती है। सारतः भक्ति संगीत कार्यक्रम सम्पूर्ण मानव जाति के लिए एक स्पष्ट आह्वान था कि वे मोक्ष के प्रवेश द्वार हेतु ब्रह्मज्ञान को प्राप्त करें। परम पूजनीय गुरुदेव आशुतोष महाराज जी द्वारा प्रदत्त ब्रह्मज्ञान ही वह माध्यम है जो व्यक्तियों को सभी बन्धनों से मुक्त कर उच्चतम शिखर तक पहुँचता है।