दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 19वीं आईटीबीपी बटालियन के लिए सराहन, शिमला, हिमाचल प्रदेश में 28 मई 2022 को भजन संध्या का आयोजन किया गया। गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) की शिष्या साध्वी कालिंदी भारती जी ने उपस्थित बटालियन के सदस्यों एवं गणमान्य अतिथियों के समक्ष ‘देशभक्ति और आध्यात्मिकता’ के विषय पर प्रेरणादायक विचारों को सांझा किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना से किया गया। तत्पश्चात शिष्य संगीतकारों द्वारा प्रस्तुत देश-भक्ति से ओतप्रोत भावपूर्ण भजनों से सम्पूर्ण वातावरण देश-भक्ति की तरंगों से प्रतिध्वनित हो उठा। साध्वी जी ने समझाया कि सच्चा देश भक्त आध्यात्मिक रूप से जागरूक होने के साथ-साथ मानव कल्याण हेतु व्यक्तिगत हितों को त्यागने के लिए तत्पर रहता है। राष्ट्र के प्रति प्रेम सर्वोच्च प्रेम है और मातृभूमि के प्रति समर्पण देशभक्ति का प्रतीक है। आध्यात्मिक जागृति मन में निःस्वार्थ सेवा और मानव समाज के प्रति समर्पण के भावों को सुदृढ़ कर सच्चे देशप्रेम की भावना को पैदा करती है।
डीजेजेएस के प्रतिनिधि ने बताया कि आत्म-साक्षात्कार जवानों में सतर्कता के स्तर को बढ़ाने और विवेकपूर्ण निर्णय लेने में मदद करता है। आत्म-ज्ञान योद्धाओं को तनावमुक्त बनाता है और विकट परिस्थितियों में उनके विश्वास और साहस को बढ़ाता है। एक आध्यात्मिक व्यक्ति चुनौतियों का सहजता से सामना करने और राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ विश्व स्तर पर भी अपना योगदान देने में सक्षम होता है।
साध्वी जी ने समझाया कि आत्म-साक्षात्कार मनुष्य के अंतःकरण को परिवर्तित कर उसके आंतरिक और बाह्य जगत में सकारात्मक परिवर्तन लाने में बहुत खूब कार्य करता है। अतः उसके अंदर समता एवं भ्रातृत्व के भावों की वृद्धि होती है। उपस्थित श्रोताओं ने डीजेजेएस की ‘आत्म-जागरण से विश्व शांति’ की प्रेरणादायक विचार-पद्धति एवं इस संदर्भ में क्रियान्वित सभी प्रयासों को सराहा।