महिला मात्र स्वयं के लिए ही नहीं अपितु सम्पूर्ण समाज उत्थान हेतु प्रयासरत रहती है। इतिहास साक्षी है कई घटनाओं और कहानियों का जहां महिलाओं ने अपने साहस, बहादुरी, बलिदान, संघर्ष और दृढ़ता को प्रत्यक्ष करते हुए समाज और राष्ट्रों का उत्थान किया है। परन्तु आज उसी नारी के लिए दुनिया में कदम रखने से पहले ही माँ के गर्भ में ही चुनौतियाँ आरम्भ हो जाती है।
आज की महिलाओं की दयनीय स्थिति को देखते हुए, सर्व श्री आशुतोष महाराज जी ने हजारों महिलाओं को ब्रह्मज्ञान का संबल दें, उन्हें आज के समाज में स्वतंत्रता और आत्मविश्वास से विकास हेतु प्रेरित किया। उनकी वास्तविक क्षमता का एहसास कराने के लिए, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने प्रयागराज, कुंभ शिविर में 7 फरवरी 2019 को भजन संध्या कार्यक्रम का एक भव्य आयोजन किया। इस कार्यक्रम का विषय रहा- "नारी सतयुग लाएगी"।
साध्वी रूचि भारती जी ने कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि नारी के विभिन्न गुण जैसे कि स्नेह, प्रेम, मातृत्व और दृढ़ता आदि अत्यंत शक्तिशाली भावनाएं है जो न केवल परिवार को अपितु पृथ्वी पर स्वर्ग को लाने में सक्षम है। ऐसे गुणों से सुशोभित नारियां ही माँ दुर्गा की शक्ति को प्रत्यक्ष करती है।
दिव्य संगीत से प्रेरित, प्रेरक गीतों से भरी भक्ति रचनाओं की श्रृंखला ने आयोजन के दौरान एक दिव्य आभा को निर्मित कर दिया। साथ ही उपस्थित श्रद्धालुओं ने समय की महत्ता को भी जाना जिसे हम यूँ ही कई अनावश्यक चीजों पर गवां देते है। संस्थान प्रचारकों द्वारा ज्ञान और भक्ति से भरे विचारों ने दर्शकों के ह्रदय को स्पर्श किया। उन्होंने अपने दिव्य अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि ईश्वरीय ज्ञान द्वारा अर्जित आत्मविश्वास और आत्म-प्रेरणा, ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत और एकमात्र प्रवेश द्वार है।
महिलाओं ने कार्यक्रम द्वारा नारी की वास्तविक शक्ति का उनमें निहित दिव्यता का अहसास किया। उन्होंने वर्तमान परिस्थितियों के विरुद्ध फिर से दैवीय लहर को लाने के लिए शपथ ली।