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नवरात्रि का त्योहार महिलाओं को उनकी भीतरी क्षमताओं से परिचित करवाने और देवी माँ से आशीर्वाद ग्रहण करने के लिए मनाया जाता है। हालांकि, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में तेजी से वृद्धि से उनकी स्थिति में लगातार गिरावट समाज में देखी जा रही है। प्रत्येक अत्याचार दूसरे की तरह ही समाज को विचलित कर देने वाले है। इस उग्र विरोधाभास को दूर करने हेतु, डी.जे.जे.एस. संतुलन द्वारा मासिक अभियान - 'दुर्गा पूजा के देश में महिलाओं के साथ हिंसा क्यू?' विषय पर देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसके तहत महिलाओं के सम्मान में वृद्धि करने, उन्हें अपनी भीतरी शक्ति से अवगत कराने व जनमानस को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ रखी गई। ऐसा ही एक कार्यक्रम महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित चाकण में 2 अक्टूबर 2022 को आयोजित हुआ था ।

DJJS Santulan celebrated Navratri 2022 dedicated to Women Empowerment in the Chakan area of Pune City, the Cultural Capital of Maharashtra

 9 दिनों का यह त्योहार उपवास से लेकर कन्या भोज तक विविधता के साथ आता है। सम्पूर्ण भारतवर्ष में भव्य रूप से माँ शक्ति की उपासना करने के लिए मनाया जाता है, जिसमें देवी दुर्गा, देवी लक्ष्मी और देवी शक्ति की तरह महिलाओं को प्रेम, करुणा और परोपकार के अवतार के रूप में पहचानने और आज की महिलाओं को प्रेरित करने के लिए देवी दुर्गा के नौ रूपों को आत्मसात करने पर जोर दिया जाता है।

इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को नवरात्रि पर्व के बारे में समझने के लिए प्रश्नोत्तरी सम्मिलित थी। साथ ही उत्सव के बारे में प्रचलित मिथकों और भ्रांतियों को स्पष्ट किया गया; नवरात्रि के दौरान 9 दिनों के लिए देवी की उपासना करने और शेष 356 दिनों के लिए महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार जैसी विडंबना को प्रदर्शित करते नुक्कड़ नाटक की प्रेरक श्रृंखला भी प्रस्तुत की गयी। महिला सशक्तिकरण के गलत अर्थ पर समूह चर्चा जैसी गतिविधियाँ, 'देवी बनाम डीवा' जैसे विषयों पर कहानी कथन, जो सांसारिक उपलब्धियों और महिलाओं के वास्तविक सशक्तिकरण के बीच महत्वपूर्ण अंतरों को उजागर करती हैं; यह सभी अभियान का हिस्सा बनें।

DJJS Santulan celebrated Navratri 2022 dedicated to Women Empowerment in the Chakan area of Pune City, the Cultural Capital of Maharashtra

महिलाओं के सम्मान को पुनर्स्थापित करने और उनमें निहित 'शक्ति' का आह्वान करने के लिए महिषासुर राक्षस के वध पर एक ज्ञानवर्धक विचार को सभी के समक्ष रखा गया; जो कि अभियान का मुख्य आकर्षण रहा। महिषासुर मर्दिनी शीर्षक के शाब्दिक अर्थ पर प्रकाश डाला गया, जहां महिष अर्थात् अनैतिक, असुर अर्थात् दानव/शैतान और मर्दिनी अर्थात् माँ देवी दुर्गा; जो कि स्त्री क्षमता की प्रतिनिधित्व करती है। इस प्रकार से नारी शक्ति का चित्रण किया गया।

यह कार्यक्रम जिसमें 200 से अधिक महिला प्रतिभागी व बच्चें सम्मिलित थें, इसका समापन महिला सशक्तिकरण को समर्पित डी.जे.जे.एस. संतुलन के प्रसिद्ध 'तू है शक्ति' गीत की स्क्रीनिंग के साथ हुआ ।

ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर डी.जे.जे.एस. संतुलन के आधिकारिक हैंडल @djjssantulan को फॉलो करके उक्त अभियान के तहत आयोजित भव्य कार्यक्रम की झलकियां देखें।

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