दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के पर्यावरण संरक्षण प्रकल्प- संरक्षण द्वारा चलाई गयी विशेष मूहीम #EkAchiAadat के अंतर्गत संस्थान की अलीगढ़ स्थित शाखा ने उच्च प्राथमिक विद्यालय, करेका, सदुपुरा, इगलस व सराए पुखतम शिकरपुर, बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश मे बच्चों के लिए दो जागरूकता कार्यशालों का आयोजन किया।
ढाई घंटे की इस कार्यशाला का प्रारंभ एक विशेष प्रेजेंटेशन से हुआ जिसके अंतर्गत बच्चों को कुछ तसवीरों के माध्यम से विश्वव्यापी पर्यावरण समस्या की गंभीरता के बारे मे जागरूक किया गया। संस्थान के संस्थापक एवं संचालक सतगुरु श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी वेदवानी भारती जी ने अर्टिक स्थित किवालिना नामक टापू का उद्धरण दे बच्चों को जलवायु परिवर्तन की समस्या के प्रभाव से अवगत करवाया और उन्हें बताया कि आज जलवायु परिवर्तन एक ऐसी समस्या है जो सम्पूर्ण पृथ्वी को निगलने की ओर अग्रसर है।
इसके बाद पर्यावरण समस्या में मानव जीवनशैली के प्रभाव को समझाते हुए साध्वी जी ने बच्चों को (ecological footprint) एकोलोगीकल फूटप्रिंट के सिद्धान्त के बारे मे बताया। साथ ही संस्थान द्वारा बनाए गए विशेष ecological footprint calculator के माध्यम से बच्चों ने अपना फूटप्रिंट भी निकाला।
जीवनशैली के छोटे- छोटे चयन किस प्रकार प्रकृति के स्वास्थ्य पर प्रभाव डालते हैं इस पर एक गहन चर्चा के बाद भारतीय संस्कृति मे निहित अच्छी आदतों के बारे में भी बच्चों को अवगत कराया गया। अंत में बच्चों ने विविध अछि आदतों की एक सूची बनाई और उन आदतों को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
डी.जे.जे.एस संरक्षण की #EkAchiAadat भारतीय संस्कृति मे निहित चिरस्थाई जीवनशैली को बढ़ावा देने वाली पर्यावरण अनुकूल आदतों को पुनर्जागृत व पुनर्स्थापित करने हेतु एक विशेष मूहीम है।