दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान एक सामाजिक व आध्यात्मिक संस्था है जो दशकों से अपने विविध प्रकल्पों के माध्यम से समाज कल्याण के कार्यों में संलग्न है। इसके प्रमुख प्रकल्प हैं मंथन, संरक्षण, आरोग्य, संतुलन इत्यादि। इनमें दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का सामाजिक प्रकल्प मंथन – संपूर्ण विकास केंद्र अभावग्रस्त बच्चों को मूल्याधारित शिक्षा प्रदान करता संपूर्ण शिक्षा कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत पूरे देश में 18 संपूर्ण विकास केंद्र हैं जिसमें लगभग 2000 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को विविध स्तर जैसे शैक्षणिक ,शारीरिक ,मानसिक व आध्यात्मिक स्तर पर पोषित कर उनमें नैतिक मूल्यों को उन्नत करना है।
इसी क्रम में मंथन के दिल्ली स्थित शकूरपुर संपूर्ण विकास केंद्र का परिभ्रमण 29 सितम्बर को भारत विकास परिषद् के मुख्य सदस्यों द्वारा किया गया। इस परिभ्रमण का उद्देश्य मंथन के बच्चों को प्रोत्साहित करना था। परिषद् के सदस्यों ने मंथन के बच्चों से बातचीत कर उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इसके अतिरिक्त आगंतुकों को बच्चों के विविध कौशल व उपलब्धियों के विषय में बताया व दिखाया गया जिससे वे अतिथि अभिभूत हुए और बच्चों को इसी प्रकार निरंतर आगे बढ़ने की शुभकामनायें दी। बच्चों ने भी इस सत्र का भरपूर लाभ उठाया। इस सत्र के अंत में आगंतुकों ने बच्चों को अध्ययन सामग्री जैसे स्केच पेन, नोटबुक तथा स्नैक्स जैसे फ्रूट , बिस्कुट आदि वितरित किया। आगंतुकों में मुख्य रूप से DDA के सेवानिवृत इंजिनीयर Er. B.S. Katodia (Retired Superintendent Engineer DDA), Er. S.K. Mittal (Executive Engineer DDA), Er. R.R. Sharma (Retired Executive Engineer DDA), Er. Pardeep Malhotra (Assistant Engineer DDA), Er. Subhash Rohilla (Retired Assistant Engineer DDA), Er. R.K. Sethi (Assistant Engineer DDA), Er. D.K. Sharma (Assistant Engineer DDA), Er. Gulshan Chawla (Assistant Engineer DDA), Mrs. Rekha Malhotra (Sr. Architect, South MCD), Mrs. Vineeta (Homemaker) मौजूद थे। इन सभी ने बच्चों को अभिप्रेरित किया।
मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र में निरंतर इस प्रकार के लगु सत्र आयोजित किए जाते हैं जिनके माध्यम से बच्चों का मार्गदर्शन व सहयोग किया जाता है।