04 जुलाई 2020 को दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के कॉर्पोरेट वर्कशॉप विंग PEACE कार्यक्रम ने गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर एक विशेष वेबिनार “The Living Bhagwan" का आयोजन किया, जिसके माध्यम से बहुचर्चित दार्शनिक सोच – “धर्म और विज्ञान रेल की दो पटरियां हैं, जिनका मिलन असंभव है” का खंडन किया गया। कोरोना संक्रमण और चीनी आक्रमण के संकेतों के बीच शान्ति सूत्रों को प्रस्तुत करने वाले इस तकनीकी-पारंपरिक वेबिनार में पूरे भारत से डॉक्टरों, प्रोफेसरों, मनोचिकित्सकों और कामकाजी पेशेवरों जैसे 200 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रतिभागियों को प्रस्तुत संकल्पनाओं से एक संबंध स्थापित करने में मदद करते हुए गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की प्रचारक शिष्याओं, साध्वी तपेश्वरी भारती जी, साध्वी डॉ निधि भारती जी एवं साध्वी रुचिका भारती जी ने वैज्ञानिक प्रयोगों, प्रदर्शनों और क्रियाकलापों से भरे हुए मनोहर व्याख्यान दिए। वेबिनार ने मानवता की अशांत मानसिकता के इलाज के लिए प्रचलित मनोचिकित्सकों और आत्म-साक्षात्कार के पारंपरिक मनोविज्ञान के बीच एक शानदार तुलनात्मक विश्लेषण किया।
प्रतिभागियों ने अस्पष्ट जीवन-संबंधी पहलुओं के महत्व को स्वीकार किया, जो उनके सामने प्रकट हुए, और इस अनूठे वेबिनार के लिए भरपूर प्रशंसा व्यक्त की।
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