दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा पंजाब स्थित नूरमहल आश्रम से एक आनंददायक आध्यात्मिक कार्यक्रम का वेबकास्ट प्रसारण किया गया, जिसके अंतर्गत दिव्य गुरु के ईश्वर तुल्य पक्ष पर प्रकाश डाला गया।
ज्ञानवर्धक प्रवचनों के माध्यम से शिष्यों के जीवन में गुरु की तीन मुख्य भूमिकाओं को उजागर किया गया, जो उन्हें ईश्वर के समान बनाती हैं: जन्मदाता [ब्रह्मज्ञान के माध्यम से शिष्यों में नए जीवन का सृजन], पालनकर्ता [एक दिव्य माँ की भांति उनका पालन-पोषण], और संहारकर्ता [उनके सभी दुर्गुणों का नाश]। साथ ही, इतिहास से शिष्य-जीवन के विभिन्न दृष्टान्तों का वर्णन करते हुए वर्चुअल माध्यम से जुड़े जिज्ञासुओं को भक्ति मार्ग पर चलने के लिए उत्साहित किया गया।
देखें, COVID महामारी के चलते संस्थान द्वारा चलाई गई साप्ताहिक वेबकास्ट श्रृंखला की 81वीं कड़ी की फोटो हाईलाइट्स।
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