संस्कारशाला- दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा संचालित मंथन- सम्पूर्ण विकास केन्द्र की एक विशिष्ट कार्यशाला है जिसमें 4 से 12 वर्ष के बच्चों को मूल्यों व् संस्कारों से पोषित किया जा रहा है। सितम्बर माह में आयोजित की गई संस्कारशालाओं का विषय था “प्रेरणात्मक संस्कारशाला”।
सितम्बर माह में देशभर में कुल 46 प्रेरणात्मक संस्कारशालाओं का आयोजन किया गया, जिसमें 2543 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की देशव्यापी विभिन्न शाखाओं के साथ-साथ कई निजी स्कूलों में भी संसकरशालाओं का आयोजन किया गया जिनमें उत्तर प्रदेश, महाराजगंज के स्टैनफोर्ड इंटरनेशनल स्कूल और बरेली के सरस्वती शिशु मंदिर, और बिलवा स्कूल असम, डिब्रूगढ़ का दुर्गा मंदिर एल.पी स्कूल में भी संस्कारशालाएँ आयोजित की गईं जिसमें स्कूली बच्चों ने हर सत्र से नवीन प्रेरणाओं को प्राप्त किया।
इसी कार्यशालाओं की श्रृंखला में एक और संस्कारशाला का आयोजन राव मोहर सिंह एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा स्थापित आर.डी.एस स्कूल, तहसील के पास, धारूहेड़ा, रेवाड़ी, हरियाणा में भी किया गया।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की प्रचारिका साध्वी दीपांकरा भारती जी और साध्वी मृदुला भारती जी ने इस संस्कारशाला का संचालन किया। साध्वी दीपांकरा भारती जी ने बच्चों को संबोधित करते हुए समझाया कि जीवन में प्रेरणाएँ लेनी है तो महापुरुषों से, राष्ट्रभक्तो से और समाज सेवकों से लेनी चाहिए। उन्होंने विभिन्न प्रेरणादीप दृष्टांत सुनाकर बच्चो के मन में नैतिक मूल्य, राष्ट्रभक्ति व समाज निर्माण में अपनी-अपनी भूमिकाएँ कैसे निभाई जा सकती है, इन भावो का सम्प्रेषण किया।
संस्कारशाला में मुख्य अतिथि श्री अशोक कुमार गर्ग, उपायुक्त, रेवाड़ी, हरियाणा और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री संदीप बोहरा, पूर्व चेयरमैन धारूहेड़ा, हरियाणा में उपस्थित रहे। इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन श्री अमित कुमार और श्री सुरेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे।
उपायुक्त श्री अशोक कुमार गर्ग जी ने कहा की यह संस्कारशालाएँ ही बच्चों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सभी विशिष्ट अतिथियों ने मंथन द्वारा चलाए जा रहे इन संस्कारशालाओं की भरपूर प्रशंसा की और दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी का समाज निर्माण के इस अद्भुत्त कार्य हेतु नत्वंदन किया।