लोगों के जूनून और प्रतिभाओं से ही दुनिया में अजूबे घटते हैं । इसी कथन से प्रभावित होकर इंटेल की 50वीं वर्षगाँठ के अवसर पर इंटेल ने अपने कर्मचारियों के लिए “Winners of Wonder (WOW)” नामक एक प्रतियोगिता आयोजित की जिसका उद्देश्य इंटेल के कर्मचारियों को समाज के ज़रूरतमंद लोगों के लिए कुछ अद्भुत एवं सार्थक करने के लिए प्रेरित करना और उन्हें समाज के प्रति स्वयं की जिम्मेदारियों से अवगत करना था । कर्मचारियों द्वारा प्रस्तुत 300 आवेदनों में से 50 इंटेल कर्मचारियों ने इस विशेष अवसर को जीतने का सम्मान प्राप्त किया । उन 50 चयनित परियोजनाओं और गैर सरकारी संगठनों में से 8 परियोजनाएं भारत से थीं जिनमें दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का सामाजिक प्रकल्प मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र भी शामिल था । मंथन को अपने बिहार स्थित चार शाखाओं- बकरौर बोधगया, धनौजा सहरसा, पदमपुर सहरसा और परसौनी सुपौल में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने एवं विद्यार्थियो के बीच शिक्षा को सहज व सरल रूप से पेश कर उन्हें वर्तमान से जोड़े रखने के लिए चुना गया । इस डिजिटल लाइब्रेरी के उद्देश्य हैं :
- 50 "एलईडी स्मार्ट स्क्रीन - वाईफ़ाई + पेन ड्राइव सहित 4 स्मार्ट पुस्तकालयों की व्यवस्था
- गणित और विज्ञान को प्रयोगों द्वारा समझाने हेतु पुस्तकें एवं स्मार्ट लर्निंग किट
- लर्निंग पैड व कालीन सहित अलमारी, मेज़ और कुर्सियों की व्यवस्था
- सभी शाखाओं के लिए शैक्षिक सामग्री के साथ पेन ड्राइव
- गणित व विज्ञान को सरल रूप में LED पर समझाने हेतु प्रशिक्षण की सामग्री उपलब्ध करना
वांछित परिणामों को प्राप्त करने के लिए, दो इंटेल के कर्मचारी, कपिल बजाज और स्नेहा ने बिहार स्थित सभी चार केन्द्रों का दौरा किया और चारों शाखाओं में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना में मंथन के कार्यकर्ताओं का पूर्ण सहयोग दिया । गाँव बक्रौर (बोधगया) में 17 अक्तूबर, 2018, गाँव धनौजा (धरमपुर) में 20 अक्तूबर, 2018, गाँव सहरसा में 23 अक्तूबर, 2018 और गाँव परसौनी (सुपौल) में 24 अक्तूबर, 2018 को इन पुस्तकालयों का उदघाटन किया गया । इन समारोहों के दौरान धनौजा गाँव के उप मुखिया कमलेश यादव, हीरा यादव, प्रियवत यादव, डॉ मनोज कुमार , अशोक यादव, संतोष यादव ( डीलर), डॉ. दिनेश यादव, रामचंद्र चौधरी , राघो यादव , कैलाश यादव, बेचन यादव, काजल यादव (महिषी प्रखंड, उप प्रमुखप्रतिनिधि ), गाँव बक्रौर बोधगया के पूर्व मुखिया श्री द्रोणाचार्य महतो , पदमपुर सहरसा के उप प्रमुख कृष्णा कुमार उर्फ माखन यादव, अरुण चौधरी विधान चंद्र रे, प्रभात कुमार, लाल बहादुर यादव, दिलीप ठाकुर, कन्हैया शर्मा, निवासी एवं सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारी मुमताज आलम अतिथि के रूप में उपस्थित थे ।
मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का एक सामाजिक प्रकल्प है जो देश के अभावग्रस्त बच्चों जो झोपड़ियां और दूरदराज के गांवों में निवास करते हैं, को बिना किसी शुल्क के मूल्याधारित शिक्षा प्रदान कर रहा है । इसके साथ ही मंथन जैसा कि नाम से ही विदित होता है बच्चों के संपूर्ण विकास अर्थात् मानसिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक विकास के लिए प्रयासरत है । भारत के बिहार राज्य के सहरसा, सुपौल और गया जिलों के बाढ़ प्रभावित और बेहद गरीब गांवों में 500 छात्रों के साथ मंथन के 4 केंद्र कार्यरत हैं।
बच्चों को विश्व स्तरीय सुविधाएँ और अनुभव प्राप्त हों इसके लिए स्मार्ट लाइब्रेरी की अवधारणा को अस्तित्व में लाने की उच्च आवश्यकता थी जहां वे मजेदार तरीके से सीख सकें और इसी उद्देश्य से मंथन ने इन डिजिटल पुस्तकालयों की स्थापना की । इसके माध्यम से ये बच्चे भी अब डिजिटल संसाधनों के प्रयोग से अवगत हो सकेंगे जो अक्सर विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के लिए ही उपलब्ध होतें हैं । यह परियोजना ऐसे माता-पिता को भी आकर्षित करने में सफल होगी जो अभी भी अपने बच्चों को एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कई कारणों से स्कूल में अपने बच्चों को भेजने में सक्षम नहीं हैं ।
चूंकि प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अधिकार है, इसलिए यह परियोजना सुनिश्चित करेगी कि ये पुस्तकालय पाँच साल के बाद भी बरकरार रहे । इससे प्रत्येक पुस्तकालय सेटअप हजारों बच्चों के लिए सहायक सिद्ध होगा। यह परियोजना अन्य स्थानीय और सरकारी स्कूलों को भी स्मार्ट लर्निंग लाइब्रेरी स्थापित करने के लिए आकर्षित करेगी।