दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) द्वारा 19 मार्च, 2024 को सनीबैंक, क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया में एक कार्यशाला- 'हैप्पीनेस इनफिनिट' का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन डीजेजेएस ब्रिस्बेन शाखा द्वारा किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को अनंत ख़ुशी के सर्वोच्च स्रोत से परिचित करवाना था। डीजेजेएस प्रतिनिधि इस उद्देश्य की गहराई तक पहुंचे और जीवन के हर पड़ाव पर प्रसन्न रहने के अनेक व्यवहारिक, प्रमाणित और परिणामोन्मुख सूत्र प्रस्तुत किए।
ब्रह्मज्ञान का विज्ञान हमारे सभी भावनात्मक और मानसिक तनाव के लिए एकमात्र व अचूक समाधान है। मार्च 2020 में जब कोविड ने दुनिया को प्रभावित किया, तब से कुछ लोग अब तक भी मानसिक व्याधि, उन्माद, बौद्धिक अक्षमता, एवं तनाव का सामना कर रहे हैं, जिससे उनका विकास और क्षमताएं प्रभावित हुई हैं। जबकि अध्यात्म जीवन को ढेरों आशाओं और संभावनाओं से परिपूर्ण रखता है| ब्रह्मज्ञान आपको आपके होने के उद्देश्य, बेहतर संबंध, बेहतर आत्मसम्मान, सहानुभूति, सहनशीलता, आंतरिक शक्ति, और अनंत खुशी के मार्ग को प्रदान करता है। डीजेजेएस के प्रतिनिधियों ने इसे विभिन्न उदाहरणों, अनुसंधानों और सर्वेक्षण परिणामों के माध्यम से तर्कसंगत एवं वैज्ञानिक दोनों तरीकों से सिद्ध किया।
ब्रह्मज्ञान मनुष्य को ‘आत्म-जागृति' प्रदान करता है और यह केवल एक पूर्ण आध्यात्मिक गुरु द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है। एक पूर्ण गुरु अपने शिष्य को ब्रह्मज्ञान की शाश्वत विधि प्रदान कर उसके तृत्तीय नेत्र का उन्मीलन करते हैं और ईश्वर के साथ उसके चिरस्थाई सम्बन्ध को स्थापित करते हैं। यह आत्म साक्षात्कार, आत्मबोध, परम शांति, एवं अनंत आनंद को प्राप्त करने का एकमात्र मार्ग है।
इस 'दिव्य-ज्ञान' पर आधारित नियमित ध्यान-साधना करने पर मनुष्य आत्म-शक्ति, स्व-नियंत्रण जैसी क्षमताओं को विकसित कर पाता है और सशक्त निर्णय लेने का कौशल भी उसे इसी से प्राप्त होता है।
कार्यशाला के प्रतिभागियों में अनुभवी पेशेवर लोग और बुद्धिजीवी युवा थे, जिन्होंने मानसिक स्तर पर नवीन ऊर्जा का अनुभव किया। साथ ही वे ब्रह्म ज्ञान की राह पर अपने कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित हुए।