मंथन-सम्पूर्ण विकास केन्द्र, बच्चों को शैक्षिक एवं रचनात्मक रूप से प्रोत्साहित कर उन्हें नए कौशल विकसित करने में सहायता करता है। इसी शृंखला में सितम्बर माह में मंथन-सम्पूर्ण विकास केन्द्र (SVK) द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से अनेक कार्यशालाओं का आयोजन किया गया।
देश भर के ऑनलाइन एवं ऑफलाइन कक्षाओं के नए छात्रों सहित कुल 1154 छात्रों ने इन ऑनलाइन कार्यशालाओं में भाग लिया।
आयोजित की गई कार्यशालाएँ इस प्रकार हैं -
- मंथन-सम्पूर्ण विकास केन्द्र (SVK) द्वारा आयोजित संगीतशाला के सत्रों में बच्चों ने संस्कृत गीत, श्लोक और प्रेरणात्मक कहानियों के माध्यम से अपने जीवन में मूल्यों को आत्मसात कियाI
- नींव-Nurturing Strong Future कार्यशाला में श्री सुनील गर्ग जी, निर्देशक WPFH टेक्नोलॉजी ने “India in the next decades and you” विषय पर बच्चों को संबोधित किया। श्री सुनील गर्ग जी ने इस बिंदु पर बल दिया की जिस प्रकार आज भारत हर स्तर में पुरे विश्व में उत्तरोत्तर बढ़ रहा है ठीक उसी प्रकार बच्चों को भी अपने भीतर रचनात्मक सोच व सहयोग जैसे कौशल विकसित करने की आवश्यकता है, जो उन्हें एक बेहतर नागरिक बनने में सहायता करेंगे। उन्होंने बताया की आने वाले दशक में भारत विश्वपटल पर वैश्विक शक्ति बनकर उभरेगा और उसके लिए बच्चों को, आज से ही अपने भीतर विभिन्न कौशलों को विकसित करना होगा।
- नैतिक शिक्षा सत्र में साध्वी हरअर्चना भारती जी द्वारा बच्चों को 'वैदिक गुरुकुल' और शिक्षा प्रणाली के विषय मे बताया गयाI प्राचीन भारत में गुरुकुल में शिष्यों को जीवन के वास्तविक अनुभवों के आधार पर शिक्षित किया जाता था जिससे वे सच्चे नागरिक और देश भक्त बनते थे, ऐसे तथ्यों व प्राचीन शिक्षा प्रणाली की वैधता को जानकर बच्चे विस्मित हुएI
- इसके अतिरिक्त जीवन कौशल कार्यशाला में बच्चों को साध्वी अनीशा भारती जी द्वारा जीवन के दो मानकों 'सकारात्मकता और नकारात्मकता' विषय के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। विडियो, पी.पी.टी एवं योग मुद्रा द्वारा साध्वी जी ने बच्चों को जीवन में सकारात्मक विचार रखने के गुण सिखाये।
- दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के प्रचारक एवं मंथन कार्यकर्ताओं द्वारा संस्थान की अनेक शाखाओं में प्रेरणात्मक संस्कारशाला कार्यशालाओं का आयोजन किया। बच्चों को संत-महापुरुषों, माता-पिता, शिक्षकों, प्रकृति और क्रांतिकारियों जैसे प्रासंगिक स्तोत्रों से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
- बच्चों को भारत की सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराने हेतु "भारत गौरव गाथा” के अंतर्गत “आओ करें भारत की सैर" सत्र के माध्यम से उत्तर प्रदेश राज्य के बारे में एक आभासी दौरे का चित्रण किया गया, जिसमे उत्तर प्रदेश के भौगोलिक क्षेत्र, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक मूल्यों जैसे त्योहारों, व्यंजनों, लोक संगीत, नृत्य रूपों, राष्ट्रीय उद्यानों, वन्य जीवन अभयारण्यों, विरासत स्थलों, प्रतिष्ठित नायकों के विषय में छात्रों का ज्ञानवर्धन किया गया। इस सत्र को सभी बच्चों ने बहुत सराहा और इसका भरपूर आनन्द लिया।
- मंथन-सम्पूर्ण विकास केन्द्र (SVK) द्वारा संचालित दान उत्सव 2022 के अंतर्गत दिल्ली के पटेल नगर केन्द्र में इंजीनियर्स क्लब के सदस्यों द्वारा बच्चों को पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया। इसी के साथ दिल्ली DAV स्कूल, रोहिणी की अटल लैब में बच्चों की शैक्षणिक यात्रा का आयोजन किया गया। अटल लैब में बच्चों को उनके दैनिक जीवन के लिए प्रासंगिक विज्ञान के क्षेत्र में हुए विभिन्न प्रयोगों से अवगत करवाया गयाI
यह स्पष्ट है की सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों के माध्यम से, सीखने की प्रक्रिया बहुत आसान बन जाती है और प्रतिभाओं को विकसित किया जा सकता है। उपरोक्त सभी कार्यशालाएं, अनेकानेक सत्र, शैक्षणिक यात्राएं इन सभी तथ्यों के उदहारण हैं। बच्चों ने दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी द्वारा चलाए जा रहे मंथन- सम्पूर्ण विकास केन्द्र (SVK), द्वारा आयोजित इन सभी सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों की कार्यशालाओं के आयोजन के लिए धन्यवाद किया तथा यह प्रण लिया कि वे इन कार्यशालाओं में सिखाये गए मूल्यों को अपने जीवन में अवश्य धारण करेंगे l