शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य हेतु जागरूकता पैदा करने के लिए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में तनाव प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन किया। ये कार्यशाला 28 नवंबर 2021 को अबोहर (पंजाब) में बीएसएफ जवानों की 181वीं बटालियन के लिए आयोजित की गई। संस्थान प्रतिनिधि, साध्वी मनेंदरा भारती जी ने तनाव प्रबंधन जैसे ज्वलंत विषय को वैज्ञानिक तथ्यों और अध्यात्म के आधार पर बड़े ही प्रभावशाली तरीके से रखा। कार्यशाला में प्रतिभागियों को भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक स्तर पर तनाव मुक्त रहने के लिए सुझाव प्रस्तुत किए गए जिसमें योगाभ्यास और व्यायाम कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे। अस्पष्टता और अनिश्चितता से भरी दुनिया के लिए तनाव प्रबंधन आज के समय की मांग है। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को व्यक्तिगत और काम से संबंधित तनाव को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने और व्यक्तिगत उत्पादकता में सुधार के लिए सक्षम बनाना था।
एक संतुलित और तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए तनाव को नियंत्रित करना सभी की एक आवश्यक मांग रही है। साध्वी जी ने समझाया कि इसके लिए समाज में अनेक उपचारात्मक तकनीकें हैं। किन्तु फिर भी तनाव का स्तर समाज में लगातार बढ़ता दिख रहा है। जिससे ये साफ सिद्ध हो जाता है की ये तकनीकें केवल सतही सुधार करने में ही सक्षम हैं। फिर ऐसे में क्या किया जाना चाहिए?
साध्वी जी ने तनाव प्रबंधन और ध्यान के बीच एक सीधा और सकारात्मक संबंध बताया। क्यूंकी ध्यान ही व्यक्ति को वर्तमान में केंद्रित रहने की क्षमता प्रदान कर सकता है। ध्यान उलझनों और चिंताओं से भरे मन को भी शांत करता है और आनंद पैदा कर सम्पूर्ण जीवन को तनाव मुक्त कर देता है। यहाँ तक की डॉक्टर का भी यही कहना है की ध्यान का नियमित और अनुशासित अभ्यास स्वास्थ्य लाभों के साथ-साथ तनाव के प्रतिकूल प्रभावों से भी बचाता है। इसी कारण ध्यान और तनाव-प्रबंधन एक दूसरे के पूरक हैं।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान केवल बातें ही नहीं करता बल्कि प्रयोगात्मक समाधान भी देता है। वर्तमान समय में परम पूज्य गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी आध्यात्मिक जागरण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। ऐसी ब्रह्मज्ञान आधारित ध्यान पद्धति को समाज में स्थापित कर रहे हैं जो शाश्वत आनंद का भंडार है। जो मन और आत्मा को जागृत कर तनाव से निपटने में एक कारगर उपाय है। इसलिए ब्रह्म ज्ञान के माध्यम से स्वयं को जागृत कर लीजिये और आनंद के स्रोत से जुड़ जाइए, यही तनाव प्रबंधन का एक मात्र सफल उपाय है। अतिथियों ने संस्थान के प्रयासों की व्यापक रूप से सराहना की।
इस कार्यक्रम को प्रमुख प्रिंट मीडिया- द ट्रिब्यून, कुबेर केसरी, जंग-ए-समाचार, दैनिक जागरण और सरहद केसरी ने कवर किया। बीएसएफ की 181वीं बटालियन के अधिकारी व कर्मियों द्वारा कार्यशाला में उत्साहपूर्वक भाग लिया गया जिसमें उन्हें अध्यात्म प्रेरित तनाव प्रबंधन तरीकों से अवगत करवाया गया।