दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के कॉर्पोरेट वर्कशॉप विंग- PEACE प्रोग्राम द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर 1 अक्टूबर 2021 को एक प्रभावशाली ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें संस्थान से दीक्षित पूरे भारत के लगभग 250 वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था - वृद्धजनों को दिल से युवा रहते हुए आत्मविश्वास व उत्साह के साथ एक सार्थक जीवन जीने के लिए सशक्त बनाना।
इस विलक्षण कार्यक्रम का आरम्भ दिल को झकझोर देने वाली वीडियो प्रस्तुति – “PEACE Social Experiment with Older Babies” के साथ हुआ, जो वृद्धजन दिवस के मौके पर
PEACE प्रोग्राम के सोशल मीडिया प्लेटफ़ोर्म्ज़ पर लॉंच की गई थी I इस वीडियो में PEACE प्रोग्राम के 40 युवा कार्यकर्त्ताओं द्वारा 18 सितम्बर 2021 को गुरुग्राम में स्थित वृद्धाश्रम, द अर्थ सेवीयर्स फ़ाउंडेशन के दौरे के दौरान आयोजित की गई आनंदमय एवं प्रेरक गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया । इस दौरे का उद्देश्य था बड़े बुज़ुर्गों के भावों को साँझा कर उनके उदास चेहरों पर मुस्कुराहट लाना।
इस वीडियो में PEACE प्रोग्राम द्वारा डिज़ाइन किया गया Four-therapy Model का भी वर्णन किया गया था। इस दौरे की खबर प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों - द टाइम्स ऑफ इंडिया और लाइव हिन्दुस्तान द्वारा प्रकाशित की गई।
इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन कार्यक्रम में PEACE प्रोग्राम की प्रधान संयोजिकाओं- साध्वी डॉ. निधि भारती जी और साध्वी मणीमाला भारती जी ने कुछ दिलचस्प व अनूठी गतिविधियों का आयोजन किया, जिसके माध्यम से प्रतिभागियों ने अपने आध्यात्मिक गुरु, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक व संचालक व PEACE प्रोग्राम के Mentor, श्री आशुतोष महाराज जी के साक्षात्कार के दौरान बिताए पलों को याद किया।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों ने अपने घरों में बैठकर ही पूरे उत्साह के साथ पुरानी धुनों पर नृत्य किया।
PEACE कार्यक्रम की संयोजिकाओं ने उपरोक्त Four-therapy Model में से दो पर प्रकाश डाला।
थेरेपी 1- ‘बड़े-बुज़ुर्गों में छिपे बच्चों को प्यार करें!’ इसके दौरान सभी को अपने बचपन को पुनः जी कर बच्चों की भाँति चीज़ों का आनंद लेने के लिए प्रेरित किया गया।
थेरेपी 2 - ‘उन्हें विशेष pose बनाने हेतु प्रेरित करें!’ इसके अंतर्गत उन्हें कैमरे का सामना करने व चेहरे पर चमकदार भावों के साथ विशेष आकृति बनाने हेतु प्रेरित किया गया।
इसके पश्चात् PEACE प्रोग्राम की प्रधान संयोजिका साध्वी तपेश्वरी भारती जी द्वारा एक सत्र लिया गया। जिसमें उन्होंने demonstrations और polls द्वारा शेष दो थेरेपी के विषय में बताया |
थेरेपी 3 - ‘मौज मस्ती के लिए कोई उम्र नहीं।’ इसमें उन्हें जीवन में पूर्ण आनंद लेने हेतु प्रेरित किया गया।
थेरेपी 4 - ‘मिलियन डॉलर के आशीर्वाद देने योग्य बनें।’ इसमें बुज़ुर्गों को ब्रह्मज्ञान की ध्यान-साधना के नियमित अभ्यास द्वारा उच्चतम व्यक्तित्व के रूप में उभरने और अपने बच्चों को समृद्धि का आशीर्वाद देने योग्य बनने हेतु प्रेरित किया गया।
साध्वी जी ने श्री आशुतोष महाराज जी के शब्दों को भी उद्धृत किया, “समाज में अत्यधिक सुसज्जित व संपन्न वृद्धाश्रम हैं। किन्तु अब हमें ऐसे समाज का गठन करना है, जो उच्च नैतिक मूल्यों से संपन्न हो ताकि ये वृद्धाश्रम पूर्णतः लुप्त हो जाए जाएँ l इन वृद्धाश्रमों की आवश्यकता ही न रहे। हमें ऐसे समाज का निर्माण करना है, जहाँ बच्चे अपने माता-पिता का सम्मान करना सीखें, उन्हें अपने जीवन में इतना महत्व दें कि ऐसे वृद्धाश्रमों की आवश्यकता ही न रहे। इस मार्गदर्शन को हमें समाज तक पहुँचाना होगा।”
कार्यक्रम के अंत में साध्वी जी ने प्रतिभागियों को स्थायी शान्ति व आनंद प्राप्ति हेतु Four-therapy Model का पालन कर, समाज के सामने एक उदाहरण स्थापित करने हेतु प्रेरित किया।