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आज के परिवेश में दुनिया भर में लोगों पर काम का भार बढ़ गया है। COVID-19 महामारी के दौर ने इस स्थिति में आग में घी डालने का काम किया है, जहाँ लोगों के न केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल रहा है। सभी वर्गों के बीच तनाव, अवसाद, चिंता आदि समस्याओं में वृद्धि हुई है, जिसके निवारण के लिए आत्म-जाग्रति व मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

Power of Self Awareness through Meditation accentuated at Lecture on Stress Management at Airport Sahnewal, Ludhiana

परम पूजनीय सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में, डीजेजेएस के प्रतिनिधि स्वामी विज्ञानानंद जी ने 15 जनवरी, 2021 को सहेनवाल एयरपोर्ट, लुधियाना, पंजाब में तनाव को कम करने के लिए आत्म-जागरूकता और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी तनाव प्रबंधन पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया| इस आयोजन में सहेनवाल हवाई अड्डे के अधिकारियों और कर्मियों की उत्साही भागीदारी रही, जिन्हें intelligible management games, योग और श्वास क्रियाओं द्वारा तनाव प्रबंधन तकनीकों से अवगत कराया गया।

डीजेजेएस प्रतिनिधि ने विशेष रूप से कोरोना काल में अपने भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक स्तर को दृढ़ करने हेतु सटीक व प्रभावशाली तकनीकों के साथ प्रतिभागियों को परिचित कराया। तनाव उन कारकों और स्थितियों में उत्पन्न होता है जो अधिकतर हमारे नियंत्रण से परे होती हैं। इसलिए तनाव से बचने के लिए हमें अपनी विचार प्रक्रिया और भावनाओं को नियंत्रित करना होगा। डीजेजेएस प्रतिनिधि ने विशेष रूप से बताया कि आत्म-नियंत्रण, आत्म-विश्लेषण और वास्तविक आध्यात्मिकता से आता है। तनाव को प्रबंधित करने के लिए चिकित्सीय तकनीकें केवल सतही व ऊपरी स्तर पर कारगर हैं। आत्म-साक्षात्कार की शाश्वत तकनीक, ध्यान द्वारा बिना प्रतिकूल प्रभाव के तनाव को नियंत्रित व समाप्त किया जा सकता है। ब्रह्मज्ञान की सटीक ध्यान प्रक्रिया द्वारा आत्मिक स्तर पर जागरूक व्यक्ति नकारात्मक विचारों और नकारात्मक परिस्थितियों में भी तनाव से मुक्त रह पाता है।

Power of Self Awareness through Meditation accentuated at Lecture on Stress Management at Airport Sahnewal, Ludhiana

डीजेजेएस प्रतिनिधि ने समझाया कि यदि हम आत्मिक स्तर पर जागरूक हैं, तो बाहरी परिस्थितियाँ हमारे मन को प्रभावित नहीं कर पाती हैं। वर्तमान समय में सनातन ध्यान पद्धति द्वारा सर्व श्री आशुतोष महाराज जी ने असंख्य लोगों के जीवन में दिव्य प्रकाश से तनाव के अंधकार को समाप्त किया है| ब्रह्मज्ञान आधारित ध्यान प्रक्रिया शाश्वत आनंद, ज्ञान और परमानंद का एक पावरहाउस है जो नकारात्मक भावों को समाप्त करने के लिए एक मशाल के रूप में कार्य करती है। ध्यान, मानसिक दुर्बलताओं और दुविधाओं को नियंत्रित करता है और हर स्तर पर व्यक्ति के व्यक्तित्व को दृढ़ करता है। संस्थान को सहेनवाल हवाई अड्डे पर आयोजित व्याख्यान में अभूतपूर्व सराहना मिली, क्योंकि इसके द्वारा उपस्थित लोगों ने सकारात्मक शक्ति और दिव्य चेतना का अनुभव किया तथा वे सभी जीवन में हर कठिन परिस्थिति में तनाव मुक्त रहने के लिए प्रेरित हुए।

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