"संस्कारशाला" मंथन- सम्पूर्ण विकास केन्द्र द्वारा आयोजित, रूचिप्रद और परस्पर संवादात्मक गतिविधियों के माध्यम से बच्चों में अच्छे गुणों को रोपित करने के उद्देश्य पर आधारित एक अनूठी कार्यशाला है। मंथन- सम्पूर्ण विकास केन्द्र द्वारा देश भर के सभी बच्चों के लिए गत तीन माह से इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है l इसी शृंखला में बिहार के पदमपुर और बोधगया क्षेत्र में 26 मई और 30 मई, 2022 को दो “प्रफुल्लित संस्कारशालाओं” का आयोजन किया गया l जिसमे पदमपुर क्षेत्र से 100 तथा बोधगया क्षेत्र से 125 ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया l
कार्यशाला की अध्यक्षता दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की प्रचारक एवं मंथन- सम्पूर्ण विकास केन्द्र की संयोजिका साध्वी दीपा भारती जी और मंथन मुख्यालय कार्यकर्ताओं की टीम द्वारा की गई l प्रफुल्लित संस्कारशाला के अंतर्गत बच्चों को हर परिस्थिति में प्रसन्न रहने के लिए प्रेरित किया गया तथा यह भी बताया गया की दूसरों की सहायता और बड़ों के आदर करने से ही सही रूप से प्रसन्नता को अर्जित किया जा सकता है| बचपन का विकास हर व्यक्ति के व्यक्तित्व को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। "संस्कारशाला" कार्यशाला बच्चों के व्यक्तित्व के नैतिक, सौंदर्य और आध्यात्मिक पहलुओं को विकसित करने का प्रयास करती है। नैतिकता के बीज बोने के लिए समय-समय पर मंथन के छात्रों के साथ प्रेरक विचार सांझा किए जाते हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए साध्वी दीपा भारती जी ने बच्चों को प्रफुल्लित (उत्साही) होकर जीवन जीने के लिए प्रेरित किया ।