दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर महिलाओं के सम्मान की पुनर्स्थापना हेतु पुरे मार्च माह में एक विशेष मुहीम चलायी जाती है. इस वर्ष संस्थान द्वारा IWD की थीम #EachforEqual पर ‘महिला सशक्तिकरण - कठिनाइयाँ एवं सफलता सूत्र’ विषय पर फोकस किया जा रहा है. इसके अंतर्गत भारत के विभिन्न राज्यों में ससंगठनों व सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं, दफ्तरों, पब्लिक पार्क, मॉल इत्यादि में जागरूकता कार्यशालाएं, प्रदर्शनियाँ, लघु नाटिकाएं इत्यादि आयोजित की जा रही हैं. साथ ही जन समाज के साथ सीधा संपर्क बनाने हेतु स्थान-स्थान पर जागरूकता काउंटर लगाये जा रहे हैं. इन सभी मंचों व माध्यमों के द्वारा समाज में नारी के प्रति व्याप्त दकियानूसी अवधारणाओं पर प्रकाश डाला जाता है और उनमें निहित आध्यात्मिक रहस्य प्रकट किये जाते हैं. गत वर्ष, संतुलन के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस मासिक अभियान द्वारा 45 भिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से 80,000 लोगों को संवेदनशील बनाया गया था.
इन आयोजनों के माध्यम से संस्थान के संस्थापक एवं संचालक श्रद्धेय श्री आशुतोष महाराज जी की साध्वी शिष्याओं द्वारा बढ़ चढ़कर शास्त्र ग्रन्थों के नारी-सम्मान विषयक तथ्यों को उजागर किया जाता है. साथ ही, समाज में नहीं के प्रति बढ़ती हिन्सा व अपराध की रोकथाम हेतु जन जन को जागरूक किया जाता है.
सन 2016 से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा भारत के 8 राज्यों – नयी दिल्ली, हरयाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र के 6000 गाँव, कस्बों व शहरों में ‘तू है शक्ति’ नामक महिला सशक्तिकरण मुहीम चलायी जा रही है. इसके अंतर्गत 8000 महिला प्रतिनिधियों और 25000 स्वयं सेवक महिलाओं द्वारा कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम हेतु कदम उठाये जाते हैं.
पिछले 10 वर्षों से भारत के 12 राज्यों में महिला उत्थान के कार्य कर रहे संतुलन प्रकल्प का ध्येय ‘आत्म-जाग्रति से आत्म-विश्वास’ का जागरण है. इसी को मध्य नज़र रखते हुए, संतुलन द्वारा विशेष रूप से 2 स्तरों पर कार्य किया जाता है – पहला, महिलाओं के संग घटने वाले हर प्रकार के भेद-भाव और हिन्सा के विरुद्ध जागरूकता; और दूसरा, महिलाओं के सम्पूर्ण सशक्तिकरण हेतु निर्माण कार्य.
इसी श्रृंखला में संतुलन द्वारा प्रतिवर्ष वार्षिक संतुलन अवार्ड के कार्यक्रम भी किये जाते हैं. इनमें विशेष रूप से उन महिलाओं को भरसक सर्वेक्षण करके खोजा जाता है जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानीं, बल्कि वे उभर कर समाज के लिए प्रेरणा बनकर सामने आयीं. गत वर्षों में, महिला बस-कंडक्टर; कैब ड्राईवर; दिव्यांग व आत्म-निर्भर; भारतीय सेना में काम करने वाली महिलाओं के साथ साथ समाज की उद्ध्यामी व उद्योग चलने वाली महिलाएं जैसे उत्तराखण्ड की मशरूम लेडी; गुजरात की बाइकिंग क्वीन; जागर गायिका इत्यादि और साथ ही कंपनी डायरेक्टर से लेकर सी.ई.ओ. महिलाओं तक को अवार्ड दिए गए हैं. गत वर्ष, संतुलन की इस ‘वार्षिक संतुलन अवार्ड्स’ पहल को अन्तराष्ट्रिय महिला दिवस (IWD) संस्था द्वारा समाज में सार्थक बदलाव लाने के लिए #IWD 2019 ‘ग्रासरूट इम्पैक्ट’ की श्रेणी में ‘बेस्ट प्रैक्टिस’ का सम्मान प्रदान किया गया. भारत के लिए ये गौरव की बात है कि इस श्रेणी में पूरे विश्व से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संतुलन कार्यक्रम को चुना गया. इस चुनाव का मुख्य आधार गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की आध्यात्मिक जाग्रति द्वारा समाज को परिवर्तित कर लिंग समानता स्थापित करने की विचारधारा रही.
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, विश्व में शांति एवं बंधुत्व की स्थापना हेतु कार्यरत एक सामाजिक आध्यात्मिक संस्थान है जो अपने 9-बिंदु अभियान द्वारा समाज में व्यापक परिवर्तन ला रहा है. ये 9-बिंदु हैं – महिला सशक्तिकरण मुहीम; साक्षरता अभियान; सम्पूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम; नशा उन्मूलन कार्यक्रम; पर्यावरण संरक्षण अभियान; भारतीय देसी गौ संरक्षण, संवर्धन एवं नस्ल सुधार कार्यक्रम; आपदा प्रबंधन कार्यक्रम; बंदी सुधार कार्यक्रम और नेत्रहीन एवं विकलांगों का सशक्तिकरण अभियान.