चाकण (महाराष्ट्र): नारी से देश की लगभग आधी आबादी है पर समाज का इतना बड़ा वर्ग होने के बाद भी सामाजिक प्रथाओं के नाम पर महिलाओं की स्थिति गंभीर है | महाराष्ट्र जैसे मेट्रो शहरों में, महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने हेतु असंख्य प्रयास किये जा रहे हैं पर उन सबके बावजूद भी महिलाओं के बढ़ते शोषण में रोकथाम नहीं | इस समस्या के उपचार हेतु संतुलन चाकन द्वारा महाराष्ट्र में लोगों को लिंग समावेशी दृष्टिकोण से परिचित कराने हेतु एक विलक्षण अभियान का आरम्भ हुआ | इस अभियान के निमित, नियमित अंतराल में महाराष्ट्र के जिलों में महिलाओं को उनके अधिकारों व् उनकी पहचान का बोध कराया जा रहा है | अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में श्री आशुतोष महाराज जी की साध्वी शिष्याओं द्वारा ज्ञानवर्धक व्याख्यान दी जाती है जिसमें लिंग आधारित मुद्दें, भेदभाव की गंभीरता को मापती हुई रोचक गतिविधियाँ और परामर्श हेतु प्रश्न उत्तर जैसे सत्र सम्मिलित होते हैं | इस अभियान का उद्देश्य जन जन तक आत्म जाग्रति द्वारा नारी के सम्पूर्ण सशक्तिकरण का सन्देश पहुचना है |
उक्त लक्ष्य को मध्य नज़र रखते हुए 5 मई, 2019 को कवाथे महांकल, जिला सांगली में लगभग 30 महिलाओं की उपस्थिति में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें महिलाओं को उनके अधिकारों से अवगत कराया गया और नारी की गरिमा को पुनः स्थापित करने में उन अधिकारों की महत्वता पर प्रकाश डाला गया | कार्यक्रम में निम्नलिखित मुख्य आकर्षण रहे :
- साध्वी मागल्या भारती जी द्वारा एक चिंतन सत्र हुआ जिसमें समाज की सामूहिक चेतना पर चर्चा की गयी जिसके कारण नारी भेदभाव की शिकार बनती है, |
- साध्वी कीर्ति भारती जी ने दृष्टांतों के माध्यम से समाज की पितृसत्तात्मक प्रणाली पर प्रकाश डाला, जो महिलाओं को शक्तिहीनता से शक्ति की स्थिति में परिवर्तित होने से रोकती है |
- समाज की भ्रष्ट मानसिकता को परिवर्तित करने हेतु व् दिन प्रतिदिन होने वाली लिंग आधारित चुनौतियों का सामना करने हेतु एक विशेष प्रश्न/उत्तर सत्र हुआ |
इसी श्रृंखला में देखिये अन्य स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों की भी कुछ झलकियाँ |