आगरा (उत्तर प्रदेश): आगरा, विश्व के सात अजूबों में से एक ताजमहल का शहर होने के कारण भारत का गौरव है | यह प्राचीन शहर स्मारकों, वास्तुशिल्प अजूबों एवं खूबसूरत उद्यानों से सुसज्जित है | लेकिन दुर्भाग्यवश, जहां आगरा अपनी शाही विरासतों के लिए प्रसिद्ध है, वहीँ महिलाओं के विरुद्ध अपराधों के लिए बदनाम भी है | पिछले वर्षों में, यहाँ महिलाओं के खिलाफ अपराधों की दर तेजी से बढती पायी गयी है | आज आगरा महिलाओं की निराशाजनक स्थिति को दर्शा रहा है, जहां घरेलू हिंसा और छेड़छाड़ के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं | इस क्षेत्र में महिलाओं का सम्मान स्पष्ट रूप से कम होता जा रहा है | और इन सभी निराशाओं के बीच, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का लिंग समानता प्रकल्प – संतुलन, एक जागरूकता अभियान के माध्यम से महिलाओं को उनकी आंतरिक शक्तियों का बोध करा है साथी ही समाज को लिंग परिप्रेक्ष्य में जागरूक कर, एक प्रकाशस्तम्भ की भूमिका निभा रहा है |
इस अभियान में विभिन्न कार्यक्रम नियमित अंतराल में आयोजित किये जाते जाते हैं, जिनमें लिंग संवेदीकरण कार्यशालाएं, महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम, चिंतन सत्र एवं जिले के ग्रामीण भाग की महिलाओं के साथ समूह चर्चाएं शामिल होती हैं | ये आयोजन संतुलन के कुशल लिंग प्रशिक्षकों अर्थात संतुलन स्वय्म्सेविकाओं और परम पूजनीय श्री आशुतोष महाराज जी की साध्वी शिष्याओं द्वारा किये जाते हैं | कार्यशालाएं और सत्रों में सूचनात्मक लिंग आधारित गतिविधियां, लैंगिक रूढ़िबद्ध समाज के कारण और प्रभाव को उजागर करती नाटिका एवं नृत्य प्रस्तुतियां व् साध्वी प्रचारकों द्वारा नारी के आत्मिक सशक्तिकरण के महत्त्व पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान शामिल होती हैं | व्याख्यान में मुख्य रूप से आत्मिक स्तर से जागृत नारी की आध्यात्मिक शक्तियों पर प्रकाश डाला जाता है, जिसके लिए कुछ भी असंभव नहीं | नारी के आत्मिक सशक्तिकरण के महत्त्व और आवश्यकता पर बल देने हेतु, इतिहास में वर्णित मीरा बाई, आम्रपाली, लक्ष्मी बाई इत्यादि जैसी आत्मिक स्तर से जागृत नारियों की जीवन बदल देने वाली गाथाओं को भी सांझा किया जाता है |
इंडिया टुडे द्वारा 18 सितंबर, 2019 को सूचित किया गया था कि आगरा में खंडौली क्षेत्र के सेमरा गांव में 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक लड़की का अपहरण कर लिया गया | इसके अतिरिक्त न्यूज़ 18 द्वारा 1 दिसम्बर, 2019 को बताया गया था कि आगरा के गांव में एक युवती का गला कटा हुआ शव प्राप्त हुआ | उपर्युक्त हाल ही के कुछ मामले है जो आगरा की ग्रामीण महिलाओं की दयनीय स्थिति को दर्शाते हैं | और, यदि गत 5 वर्षों में ऐसे मामलों की जांच की जाए तो सूंची का कोई अंत नहीं | समय की आवश्यकता को मद्देनज़र रखते हुए, संतुलन ने आगरा के गावों में महिलाओं के साथ समूह चर्चा पहल को जोड़कर, अपने आगरा अभियान का विस्तार किया | इस पहल में ग्रामीण महिलाएं आस पास के क्षेत्र की महिलाओं के खिलाफ अपराधो की बढती दर के कारणों और प्रभावों पर अपने अपने विचार व्यक्त करती हैं | और उन विचारों एवं चर्चाओं के आधार पर, संतुलन टीम द्वारा प्रत्येक समस्या का रामबाण समाधान प्रदान किया जाता है, जिसके उपरान्त महिलाओं की काउंसलिंग भी की जाती है |
डीजेजेएस संतुलन द्वारा चल रहे इस आगरा अभियान को भारी मात्रा में सफलता एवं लाभार्तियों और आगंतुकों द्वारा सरहना प्राप्त हो रही हैं | आगरा की महिलाओं की स्थिति को सुधारने हेतु DJJS संतुलन द्वारा किये गए आयोजनों की कुछ झलकिया ...