श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 16 सितंबर 2022 को सरकारी गर्ल्स हायर सेकेन्डरी विद्यालय, सुंदरबनी, राजौरी, जम्मू में ‘तनाव प्रबंधन’ पर व्याख्यान आयोजित किया गया। डीजेजेएस के प्रतिनिधि डॉ. सर्वेश्वर जी ने वर्तमान समय के अहम मुद्दे ‘तनाव’ पर विवेकपूर्ण तर्कों सहित व्याख्यान प्रस्तुत किया। विद्यालय के शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों ने व्याख्यान में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। उपस्थित श्रोताओं को वैज्ञानिक व प्रभावशाली, मन-रूपांतरित करने व ‘तनाव प्रबंधन’ से जुड़ी प्रणालियों से अवगत करवाया गया। योग मुद्राओं, नाटक, वार्तालाप इत्यादि द्वारा तनाव कम करने की विभिन्न नीतियों व प्रणालियों को प्रदर्शित किया गया।
डीजेजेएस प्रवक्ता ने व्यक्ति के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर तनाव के हानिकारक दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आत्म जागरूकता के अभाव में हम जीवन की चुनौतियों व तनावपूर्ण परिस्थितियों के समक्ष आंतरिक रूप से कमज़ोर पड़ जाते हैं। इन विषम परिस्थितियों में ‘आत्म-साक्षात्कार’ नकारात्मक विचारों से लड़ने में हमारा परम-सूत्र बनता है। उन्होंने बताया कि आत्म-जाग्रति और मानसिक स्वास्थ्य के बीच एक गहरा संबंध है।
‘आत्म-जाग्रति’ पर प्रकाश डालते हुए डॉ. सर्वेश्वर जी ने समझाया कि ‘ब्रह्मज्ञान’ की शाश्वत विधि – ‘ध्यान’ की शक्ति व्यक्ति को सहनशीलता, सकारात्मकता व मानसिक उत्कृष्टता प्रदान करती है। यदि हम तनावमुक्त जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, तो हमें तनाव के मूल को नष्ट करना होगा। वास्तविक शांति प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को नकारात्मक मानसिकता से सकारात्मकता की ओर बढ़ने की आवश्यकता है। और इस तरह का आंतरिक नियंत्रण ‘ब्रह्मज्ञान’ की ध्यान-साधना द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है।
डीजेजेएस प्रवक्ता ने अपने विवरण को सारांशित करते हुए कहा कि जीवन की विषम चुनौतियों का सामना करने हेतु हमें ऐसे दिव्य मार्गदर्शन को प्राप्त करना चाहिए, जो हमें मानसिक, बौद्धिक व आत्मिक रूप से सशक्त बना सकें। और ऐसा मार्गदर्शन केवल एक पूर्ण, तत्त्ववेता, आध्यात्मिक विभूति द्वारा ही प्राप्त हो सकता है, जो स्वयं आत्मिक स्तर पर जागृत हैं और हमें भी यह जाग्रति प्रदान करने का सामर्थ्य रखते हैं। परम पूजनीय गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी वर्तमान समय के पूर्ण सतगुरु हैं जो आज जन जन को आत्म साक्षात्कार कराकर यह आंतरिक जागृति प्रदान कर रहे हैं। आत्म साक्षात्कार व्यक्ति को आंतरिक-शांति व तनाव-मुक्त जीवन की ओर अग्रसर करता है, अतः विश्व शांति व कल्याण की ओर प्रशस्त करता है।
संयमित व स्वस्थ जीवन जीने के सकारात्मक विचारों से परिपूर्ण व्याख्यान को श्रवण कर उपस्थित श्रोतागणों ने स्वयं को ऊर्जान्वित महसूस किया। उन्होंने डीजेजेएस द्वारा आयोजित व्याख्यान और मन पर अंकित उसके गहरे प्रभाव की भरपूर सराहना की।