दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में जिला होशियारपुर, पंजाब में 7 से 10 अप्रैल 2022 तक चार दिवसीय श्री राम कथा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आध्यात्मिक आयोजन में भक्तों ने कथा श्रवण कर प्रभु लीलाओं का रसपान किया। कार्यक्रम के माध्यम से गुरु की दिव्य कृपा द्वारा लोगों को दिव्यता की ओर अग्रसर किया गया। दिव्य गुरु सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी दिवेशा भारती जी ने भगवान राम के गूढ़ संदेशों को प्रस्तुत किया तथा उनकी वर्तमान समय में प्रासंगिकता को भी दर्शाया।
साध्वी जी ने प्रत्येक मानव के जीवन में श्री रामचरितमानस के महत्त्व को प्रकट किया। ‘चरित’- यह शब्द स्पष्ट करता है कि इस ग्रंथ में भगवान राम के चारित्रिक सिद्धांतों की व्याख्या निहित है। कथाव्यास जी ने समझाया कि श्री रामचरितमानस के अनुसार, माता सीता भक्ति की प्रतिमूर्ति हैं। भगवान राम के महान शिष्य हनुमान अनुशासित मन के प्रतीक हैं। हमारा चंचल मन जो निरंतर एक विचार से दूसरे विचार की ओर कूदता रहता है; जब यही मन पूरी तरह से भीतर के दिव्य प्रकाश पर केंद्रित होता है, तब यह श्रेष्ठ कार्यों को अंजाम देता है। यह दिव्य प्रकाश हम सब के हृदयों में भी विद्यमान है, परन्तु आध्यात्मिक गुरु की कृपा से ही उसका साक्षात्कार हो सकता है। गुरु की कृपा द्वारा साधक दिव्यता के साम्राज्य में प्रवेश करता है और अपने जीवन को उत्कर्ष की ओर ले जाता है।
साध्वी जी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि आज समाज को सन्मार्ग पर अग्रसर करने के लिए, प्रत्येक मानव को अपने भीतर उस सर्वशक्तिमान ईश्वर का अनुभव करना चाहिए।
मधुर व सारगर्भित भजनों ने उपस्थित अतिथियों और भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। साध्वी जी ने डीजेजेएस के सामाजिक कार्यक्रम – कामधेनु (भारतीय गाय नस्ल सुधार और संरक्षण कार्यक्रम) के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारतीय गायें हमेशा से हमारी सभ्यता का प्रतीक रही हैं और उन्हें संरक्षित करने की आवश्यकता है। सभी ने डीजेजेएस के प्रयासों की सराहना की।