दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित पांच दिवसीय श्री राम कथा का कार्यक्रम जम्मू और कश्मीर के साम्बा जिले में गहरी आध्यात्मिकता की आभा लेकर आया। सद्गुरु सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या कथाव्यास साध्वी सुमेधा भारती जी ने 11 से 15 अक्टूबर 2019 तक कथा का वाचन किया। श्री राम कथा में भगवान राम के जीवन द्वारा सामाजिक प्रेरणा के साथ-साथ आध्यात्मिक सार भी है। भगवान राम ने अपने उच्च सिद्धांतों और सुदृढ़ चरित्र द्वारा आने वाली पीढ़ियों का मार्ग प्रकाशित किया है।
साध्वी जी ने कहा कि श्री राम कथा की दुनिया भर के भक्तों द्वारा सरहना की गई है। हमारे महान देश भारत में विभिन्न क्षेत्रों ने भगवान राम के अनेक भक्तों की गाथाएं मिलती है जो मानव को श्रेष्ठता की ओर अग्रसर करती है। प्रभु राम की स्तुति में उच्च बौद्धिक भक्तों ने कई भाषाओं में अनेक आध्यात्मिक छंदों की रचना की है। कृतिवास रामायण भारत के क्षेत्र में हमारे इतिहास की बड़ी रचनाओं में से एक प्रसिद्ध ग्रंथ है। महाराष्ट्र के संत एकनाथ जी ने भी श्री राम की महिमा का गुणगान किया है साथ ही तमिलनाडु में भवार्थ रामायण नाम के अतुलनीय साहित्य ने मानव जाति के विकास हेतु योगदान दिया है। महाकवि कालिदास की अद्वितीय रचना रघुवंशम से सभी परिचित हैं। रामायण के ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं जो हमें ज्ञान प्रदान करते हैं।
संत तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरितमानस एक बहुमूल्य रत्न है जिसे सरल और आकर्षक भाषा में रचित किया गया ताकि एक सामान्य व्यक्ति भी इसे सरलता से समझ सकता है। श्री रामचरितमानस की लोकप्रियता के विस्तार को बताते हुए साध्वी जी ने कहा कि इसके निर्माण में एक रोचक कथा प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि एक बार गोस्वामी तुलसीदास जी काशी की यात्रा पर थे जहाँ वे श्लोक लिखने का प्रयास कर रहे थे। दिन के समय उन्होंने जो भी पंक्तियाँ लिखीं, वे रात में गायब हो जाती थीं और अगले दिन वे सभी पन्ने खाली होते थे। अनेक बार यह घटित होने पर तुलसीदास जी को समझ नहीं आया और वे भगवान महादेव के चरणों में प्रार्थना करने लगे कि वह उनकी गलती को समझाने में मदद करें। ऐसा कहा जाता है कि उस समय प्रभु उनके समक्ष प्रगट हुए और उन्हें अवधी भाषा में मानस की आध्यात्मिक रचना के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया ताकि भगवान राम के महान जीवन को जनता सरलता से समझ सके।
साम्बा क्षेत्र में श्री राम कथा के इस अमृत को प्राप्त करने के लिए भारी संख्या में भक्त उपस्थित हुए। साध्वी जी ने गुरुदेव सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की महिमा का वर्णन करते हुआ बताया कि यह कथा साधारण नहीं है क्योंकि यह कथा मात्र श्री राम की कहानी को ही व्यक्त नहीं करती अपितु गुरुदेव की कृपा द्वारा श्री राम का दर्शन भी प्रदान करती है। इस कथा की सबसे बड़ी उपलब्धि ब्रह्मज्ञान है, जो स्वयं के भीतर ईश्वर का साक्षात्कार है।