गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक व संचालक, डीजेजेएस) की दिव्य अनुम्कम्पा से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा रोपड़, पंजाब में 1-5 मार्च, 2023 तक श्री राम कथा का आयोजन किया गया। कथाव्यास साध्वी शची भारती जी ने भगवान श्रीराम के जीवन की दिव्यता को समझाया।
साध्वी जी ने प्रभावशाली ढंग से रामायण में छिपे आध्यात्मिक ज्ञान का विस्तृत रूप से वर्णन किया। इन विचारों ने वहां उपस्थित भक्तगणों को राम राज्य के स्वर्णिम युग के उन प्रसंगों से जुड़ने में मदद की, जो एक मानव के जीवन को वास्तविक ऊँचाइयों की ओर ले जा सकता है। आज के इस संकटग्रस्त विश्व में हर कोई भौतिकवाद से जुड़ा हुआ है एवं भौतिकता में आंतरिक शांति की तलाश कर रहा है; वहीँ भगवान राम की सदियों पुरानी गाथा मानव को शाश्वत भक्ति से जोड़ रही है। साध्वी जी ने बताया कि भगवान राम का जीवन आंतरिक जाग्रति पर आधारित जीवन जीने के लाभ को दर्शाता है। हमारी बाहरी परिस्थिति चाहे अंतर्मन की शांति प्राप्त करने के लिए अनुकूल न हो, किन्तु हम सभी उस उचित मार्ग का अनुसरण कर सकते हैं, जो ना केवल हमारे लिए अपितु समस्त विश्व के लिए लाभदायक हो। परंतु वह उचित मार्ग क्या है, जो हम सभी को शांति की ओर ले जा सके? उत्तरस्वरूप साध्वी जी ने ब्रह्मज्ञान द्वारा आंतरिक जाग्रति के महत्त्व को बताया।
कथा व्यास जी ने समझाया कि किस प्रकार भगवान राम अपने जीवन की विपरीत परिस्थितियों में भी कभी निराश नहीं हुए। उन्होंने वनवास के लिए महल का त्याग करते हुए या युद्ध क्षेत्र में रावण का सामना करते हुए भी कभी आशा व संयम को नहीं खोया। उनकी तुलना में यदि हमारे जीवन में ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियां आती हैं, तो हम अक्सर अपना धैर्य खो देते हैं। ऐसा इसलिए है क्यूंकि हम उस शाश्वत चेतना से जुड़े हुए नहीं हैं। परम चैतैन्य से जुड़े रहने एवं अंतर्मन की शांति के लिए दिव्य सत्ता से जुड़कर अंत:करण में परिवर्तन आवश्यक है। और यह केवल ब्रहमज्ञान के माध्यम से ही संभव है। साध्वी जी ने आगे बताया कि केवल समय के पूर्ण आध्यात्मिक गुरु ही हमें ब्रह्मज्ञान से आलोकित कर सकते हैं व हमें आत्मानुभूति एवं आत्मशांति के मार्ग पर ले जा सकते हैं। सर्व श्री आशुतोष महाराज जी वर्तमान समय के पूर्ण गुरु हैं, जो ब्रह्मज्ञान प्रदान कर ईश्वरीय साक्षात्कार कराते हैं।
इस पांच दिवसीय श्री राम कथा ने सबको भक्ति के वास्तविक अर्थ से अवगत कराया, जो मानव को आन्तरिक रूप से परिवर्तित कर विश्व शांति में सहायक है। कथा कार्यक्रम में आस पास के क्षेत्रों से अनेकों भक्तगण व प्रतिष्ठित व्यक्ति भी शामिल हुए।