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सुबह की नींद इंसान के इरादों को कमज़ोर करती है। मंज़िलों को हासिल करने वाले कभी देर तक नहीं सोया करते। वो आगे बढ़ते हैं, जो सूरज को जगाते हैं। वो पीछे रह जाते हैं, जिन्हें सूरज जगाता है - स्वामी विवेकानंद

मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा संचालित एक ऐसा सामाजिक प्रकल्प है जो देश के अभावग्रस्त बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर उनका संपूर्ण विकास हेतु प्रयासरत है l मंथन में न केवल बच्चों के शैक्षणिक विकास को मज़बूत किया जाता है अपितु उन्हें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक, और आध्यात्मिक रूप से सशक्त करने का प्रयास भी किया जा रहा है ताकि कोई भी कमी उनके विकास में बाधा न बन सके। साथ ही मंथन द्वारा न केवल वर्तमान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया जा रहा है अपितु अपने पूर्व विद्यार्थियों के मार्गदर्शन एवं उनमे नैतिक मूल्यों के पोषण हेतु नींव-Nurturing Strong Future वर्कशॉप के माध्यम से युवाशक्ति को दिशाबद्ध करने का भी कर रहा है। राष्ट्रीय युवा दिवस के सुअवसर पर इसी प्रयास के अंतर्गत 8 जनवरी 2022 को मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र द्वारा अपने पूर्व छात्रों के लिए एक ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसका विषय रखा गया- राष्टीय युवा दिवस

सत्र की अध्यक्षता अनुभव खंडूरी जी (प्रसिद्ध ब्रॉडकास्ट प्रोफेशनल) द्वारा की गई। उन्होंने छात्रों को उत्साहित करने हेतु स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से कुछ उदाहरणों को रखते हुए समझाया कि युवाओं की वास्तविक शक्ति उत्साह ही होती है। उनके उत्साह को यदि आदर्शों की दिशा में लगाना है तो उन्हें आदर्शों के अनुपालन का अभ्यास करना होगा। उसके अनुरूप चिंतन एवं उदाहरण प्रस्तुत करना होगा। इस प्रकार हम नई पीढ़ी की शक्ति को आत्मकल्याण और जनकल्याण की दिशा में लगा सकेंगे। इसके बाद उन्होंने अनुशासन के महत्त्व को उजागर करते हुए छात्रों को बताया कि एक विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का सबसे अधिक महत्त्व है। जो विद्यार्थी अनुशासित रहते हुए अपने काम में अथक परिश्रम करते हैं, सफलता उनको ही नसीब होती है। कुछ नियमों जैसे समय का सही उपयोग करना, गुरुओं की आज्ञा का पालन करना और ध्यानपूर्वक पढ़ना आदि का पालन करने से छात्र अनुशासन में स्वयं को रख सकता है और सफलता को प्राप्त कर सकता है। अंत में, सत्र को अधिक रोचक और आकर्षक बनाने के लिए एक प्रश्नोत्तरी दौर आयोजित किया गया। कुल मिलाकर, कार्यक्रम जीवंत व उत्तेजक रहा।

अंत में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की प्रचारक एवं मंथन- संपूर्ण विकास केंद्र की समन्वयक साध्वी दीपा भारती जी ने श्री अनुभव खंडूरी का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने इस तरह के प्रेरक सत्र के संचालन के लिए अपना बहुमूल्य समय दिया और अपने वास्तविक जीवन के अनुभवों को सभी के साथ साँझा किया।

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