अपूर्वः कोऽपि कोशोऽयं विद्यते तव भारति। व्ययतो वृद्धिमायाति क्षयमायाति सञ्चयात्। - अथार्त हे माँ सरस्वती आपके विद्या कोष अद्वितीय हैं ! जब कोई उसका व्यय करता है तो वह वृद्धिंगत होता है और कोई संचय करता है तो उसका क्षय होता है ।
शिक्षा मनुष्य का मूलभूत अधिकार है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21A अथार्त Right To Education कानून जिसे 1 अप्रैल 2010 से लागू किया गया के अनुसार 6-14 वर्ष तक की आयु के बच्चों को निःशुल्क तथा अनिवार्य शिक्षा के लिए क़ानूनी अधिकार प्राप्त है। मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान(DJJS) द्वारा संस्थापित एवं संचालित एक सामाजिक प्रकल्प है, जो अनेक वर्षों से समाज के अभावग्रस्त बच्चों को मूल्याधारित और नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर उनके व्यक्तित्व का संपूर्ण रूप से विकास करने में संलग्न है। मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र के इस प्रकल्प के अंतर्गत कार्यरत अध्यापकों एवं वालंटियर्स का कोरोना काल में मार्ग प्रशस्त करने हेतु मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र ने 17 अप्रैल 2021 को शिक्षकों के लिए एक विशेष वेबिनार का आयोजन किया, जिसका विषय था- "Virtual Annual Teacher's Meet"।
सत्र की अध्यक्षता दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की प्रचारक एवं मंथन प्रकल्प की संयोजिका साध्वी दीपा भारती जी ने की। सत्र में मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र के सभी अध्यापक एवं वालंटियर्स उपस्थित थे जिनसे मंथन केन्द्रों की वर्तमान स्थिति के विषय में पूर्ण जानकारी ली गई। महामारी की तत्कालीन स्थिति को देखते हुए सत्र में मंथन के विभिन्न केंद्रों के रखरखाव एवं संचारण संबंधी विषयों पर चर्चा की गई। चर्चा का उद्देशय भविष्य की योजना का निर्माण करना था जिससे मंथन की शिक्षण गतिविधियों को बिना बाधा के जारी रखा जा सके। इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं की मंथन केंद्रों में उपस्थिति से सबंधित कठिनाइओं के मध्य शिक्षण कार्य को ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से किस प्रकार संचालित किया जाये इस विषय पर भी विचार किया गया। इसी संदर्भ में ऑनलाइन कक्षाओं में उपयोगी स्मार्ट फ़ोन एवं डाटा सम्बंधित पहलुओं पर भी ज़ोर दिया गया। सत्र में मंथन के शिक्षण कार्य को सम्पूर्ण भारत में लागू करने की योजना पर बल देते हुए सभी को शिक्षण सम्बन्धी महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अतिरिक्त साध्वी दीपा भारती जी द्वारा मंथन के अन्य प्रकल्प 'प्रौढ़ शिक्षा केंद्र' को भी भारत व्यापी स्तर पर ले जाने हेतु भविष्य संबंधी विभिन्न पहुलओं पर सभी का मार्ग प्रशस्त किया गया। सत्र को समापन की ओर ले जाते हुए मंथन के सोशल मीडिया हैंडल "djjsmanthansvk" के बारे में सबको अवगत करते हुए साध्वी जी ने सभी से इसके प्रचार - प्रसार की सेवा को करने के लिए प्रेरित किया। अंत में साध्वी अनीशा भारती जी द्वारा उत्साह से साथ संस्थान के भारतव्यापी शिक्षा के विजन को पूर्ण करने की कामना की गयी।