मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान(DJJS) द्वारा संस्थापित एवं संचालित एक सामाजिक प्रकल्प है, जो अनेक वर्षों से समाज के अभावग्रस्त बच्चों को मूल्याधारित और नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर उनके व्यक्तित्व का संपूर्ण रूप से विकास करने में संलग्न है। पिछले कुछ समय से चल रहे देशव्यापी lockdown जैसी गंभीर स्थिति में भी मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र द्वारा ऑनलाइन वर्चुअल पाठशाला का निर्बाधित रूप से सञ्चालन किया गया। प्रकल्प को और सुदृढ़ करने एवं इसके देश व्यापी प्रसार के ध्येय को ध्यान में रखते हुए नए सत्र की शुरुआत की गयी है।
वर्चुअल पाठशाला के नए सत्र को शैक्षिक स्तर के आधार पर विभिन्न चरणों में विभाजित किया गया है। इसी श्रंखला में प्रकल्प के प्रथम चरण जो की वर्ग प्रथम से पांच के विद्यार्थियों के लिए है का प्रारंभ जुलाई 2021 से किया गया है। प्रथम चरण में विद्यार्थियों को सभी मूलभूत विषयों जैसे गणित, अंग्रेजी, हिंदी तथा पर्यावरण आदि पढ़ाये जाने का प्रावधान है। प्रकल्प में सम्मिलित होकर इसका लाभ लेने के लिए 330 से ऊपर शिक्षकों एवं सेवादारों तथा 950 विद्यार्थियों ने आवेदन दिया। मंथन वर्चुअल पाठशाला के सुचारु सञ्चालन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर अध्यापकों को ऑनलाइन कक्षाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्रों का भी आयोजन किया गया जिसमे उन्हें विभिन्न गूगल मीट, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, JAM बोर्ड इत्यादि तकनीकों के उपयोग के विषय में प्रशिक्षण दिया गया।
वर्चुअल पाठशाला के नए सत्र के अगले चरण जो की कक्षा छः से बारह तक के विद्यार्थियों के लिए है, वह माह अगस्त 2021 से आरंभ हो गयी हैं। इस चरण में उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों ले लिए विभिन्न विषयों जैसे वाणिज्य, गणित, अर्थव्यवस्था, लेखांकन, कम्प्यूटर, जीव-रसायन-भौतिक विज्ञान, राजनीति विज्ञान, इतिहास, भूगोल इत्यादि की कक्षाएँ चलाई जा रहीं हैं। मंथन के "वर्चुअल पाठशाला" प्रकल्प में देश के विभिन्न भागों से जुड़ कर विद्यार्थी इस प्रकल्प का पूर्णरूपेण लाभ प्राप्त कर पाएंगे एवं अपने जीवन में विद्या रूपी धन को अर्जित कर पाएंगे। यह प्रकल्प मंथन के शिक्षण कार्य को सम्पूर्ण भारत में लागू करने की योजना को ध्यान में रखते हुए संस्थान के भारतव्यापी शिक्षा के लक्ष्य को पूर्ण करने की ओर एक सुदृढ़ कदम है।