नागपुर(महाराष्ट्र): श्री आशुतोष महाराज जी द्वारा संचालित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान नारी की वेद कालीन गरिमा की पुनर्स्थापना हेतु देश भर में कार्यरत है। संस्थान का लिंग समानता प्रकल्प- संतुलन द्वारा प्रत्येक वर्ष, मार्च माह में प्रेरणास्रोत व सर्वोकृष्ट महिलाओं को उनके अप्रतिम कार्यों के लिए ‘संतुलन अवार्ड्स’ द्वारा सराहा जाता है। संइस वर्ष, संयुक्त राष्ट्र के अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस 2020 के “Each for Equal” थीम को साथ लेते हुए संस्थान द्वारा 11 वे वार्षिक संतुलन अवार्ड्स का आयोजन महिलाओं के समाज हेतु असाधारण योगदान को पहचान देने के मंतव्य से भारत के विभिन्न क्षेत्रों में हुआ। इस श्रृंखला में पहला आयोजन महाराष्ट्र के तीसरे सबसे बड़े शहर नागपुर क्षेत्र में हुआ। 8 मार्च, 2020 को नागपुर के सूरज भट्ट ऑडिटोरियम में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में विशिष्ट अथिथियों के रूप में संस्कार भारती की अध्यक्षा श्रीमती कंचन गडकरी और आरोग्य भारती के अध्यक्ष डॉ रमेश गौतम जी उपस्थित रहे।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ले लिंग समानता कार्यक्रम संतुलन की ‘वार्षिक संतुलन अवार्ड्स’ पहल को अन्तराष्ट्रिय महिला दिवस (IWD) संस्था द्वारा समाज में सार्थक बदलाव लाने के लिए #IWD 2019 ‘ग्रासरूट इम्पैक्ट’ की श्रेणी में ‘बेस्ट प्रैक्टिस’ का सम्मान प्रदान किया गया है। भारत के लिए ये गौरव की बात है कि इस श्रेणी में पूरे विश्व से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संतुलन कार्यक्रम को चुना गया। इस चुनाव का मुख्य आधार गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की आध्यात्मिक जाग्रति द्वारा समाज को परिवर्तित कर लिंग समानता स्थापित करने की विचारधारा रही।
नागपुर के 11वें वार्षिक संतुलन अवार्ड कार्यक्रम के प्रचार हेतु संस्थान द्वारा 7 मार्च को प्रटकर भवन में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था, जिसमें साध्वी दीपा भारती जी ने वार्षिक संतुलन अवार्ड्स समारोह के उद्देश्य से सभी को परिचित कराया। इस कांफ्रेंस के कारण 8 मार्च को कार्यक्रम में असंख्य लोगों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारम्भ विशिष्ट अतिथियों और संसथान के प्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। जिसके उपरान्त, ‘मणिकर्णिका- झासी की रानी’ के उत्साह्वार्शन जीवन पर आधारित एक नाटिका प्रस्तुत की गयी। नाटिका में यह दर्शाया गया कि मणिकर्णिका, जो कि आगे जाकर लक्ष्मीबाई के नाम प्रसिस्द्ध हुयी, भारत की एक अद्भुत महिला थी, जिनकी बहादुरी, साहस, विवेक, 19 वी सदीह में महिला सशक्तिकरण पर प्रगतिशील विचार और कुर्बानियों ने उन्हें पीढ़ियों तक सशक्तिकरण का प्रतीक बना दिया था। लक्ष्मीबाई के जीवन में बाल्यकाल से लेकर अंतिम श्वास तक कठिन चुनोतियां आयी, परन्तु उन्होंने उन समस्त संघर्षों को नायिका बन सहजता से पार कर डाला। तदुपरांत, गुरुदेव श्री आशुतोष महराज जी की शिष्य साध्वी मणिमाला भारती जी द्वारा महिला सशक्तिकरण पर आधारित एक ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया गया, जिसके माध्यम से यहाँ समझाया गया कि आत्मिक जाग्रति द्वारा महिलाएं अपनी सुशुप्त शक्तियों से अवगत हों। तत्पश्चात, संतुलन के सबसे प्रसिद्ध नारी सशक्तिकरण थीम गीत – ‘तू है शक्ति’ पर संतुलन की उत्साही स्वयमसेविकाओं द्वारा नृत्य मंचन किया गया, जिसके माध्यम से नारी को माँ आदिशक्ति का स्वरुप दर्शाया गया। इस प्रस्तुति द्वारा सम्पूर्ण प्रांगण ताली और प्रशंसा से गूँज उठा। इसके उपरांत, कार्यक्रम मे संतुलन एक प्रकल्प के तौर पर कैसे समाज मे लिंग समानता लाने के लिए देश की सबसे बड़ी मुहिम के रूप मे उभरा है, ये एक डाक्यूमेंट्री के माध्यम से दर्शाया गया। संतुलन पिछले 8 सालों से अपने प्रयासों द्वारा भारत के 12 राज्यों में कार्यरत है। लगभग 8000 जागरूक स्वयमसेविकाओं और 25000 ऐसी नारियां जो समाज मे बदलाव लाना चाहती है, इसका हिस्सा हैं।
श्रीमती निर्मला फोर्ड (भारत की पहली शवल ऑपरेटर) एवं श्रीमती चन्द्रप्रभा रामटेके (नागपुर की पहली कैब ड्राईवर) को ‘बेस्ट चेंजमेकर संतुलन अवार्ड 2020’; श्रीमती सुमेधा मेश्राम (नागपुर की पहली मेट्रो पायलट) को ‘बेस्ट इन्फ़्लुएन्सर संतुलन अवार्ड 2020’; डॉ सोनल पटेल (अध्यक्षा, स्त्री विकास ट्रस्ट) एवं श्रीमती सुनीता ठाकरे (कार्यकर्ता, अभावग्रस्त महिलाओं के लिए कार्यरत NGO चैतन्य चैरिटेबल) को ‘बेस्ट कौन्ट्रीब्यूटर संतुलन अवार्ड 2020’ श्रीमती कृति हार्डे एवं श्रीमती मंगला हार्डे (ब्रह्मज्ञान द्वारा सशक्त नागपुर पुलिस कार्यकर्ता) को ‘21 सेंचुरी वैदिक वुमेन संतुलन अवार्ड 2020’; श्रीमती कविता मुन्डले एवं श्रीमती गायत्री अंधारे (साइकिलिंग रिकॉर्ड) के साथ साथ सुश्री प्राजक्ता गोडबोले (5000, 10000 मीटर & 21 किलोमीटर दौड़ में रिकोर्ड) और सुश्री सान्या पिल्लई (मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट एवं 54 मैडाल होल्डर) को ‘बेस्ट परफोर्मेंस एक्सेलेंस संतुलन अवार्ड 2020) से सम्मानित किया गया.
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की नागपुर शाखा की संयोजिका साध्वी उज्ज्वला भारती जी ने कार्यक्रम में आए विशिष्ट अतिथि एवं समस्त प्रतिष्ठित लोगों का मोमेंटो द्वारा आभार व्यक्त किया। इस भव्य कार्यक्रम का समापन हाई-टी और ग्रुप फोटो के साथ संस्थान की जागरूकता प्रदर्शनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की कवरेज प्रिंट व् इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा की गयी।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, विश्व में शांति एवं बंधुत्व की स्थापना हेतु कार्यरत एक सामाजिक आध्यात्मिक संस्थान है जो अपने 9-बिंदु अभियान द्वारा समाज में व्यापक परिवर्तन ला रहा है. ये 9-बिंदु हैं – महिला सशक्तिकरण मुहीम; साक्षरता अभियान; सम्पूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम; नशा उन्मूलन कार्यक्रम; पर्यावरण संरक्षण अभियान; भारतीय देसी गौ संरक्षण, संवर्धन एवं नस्ल सुधार कार्यक्रम; आपदा प्रबंधन कार्यक्रम; बंदी सुधार कार्यक्रम और नेत्रहीन एवं विकलांगों का सशक्तिकरण अभियान।