मंथन के विकासपुरी, दिल्ली स्थित संपूर्ण विकास केंद्र में 5 अप्रैल 2019 को एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का विषय “संवेदना /समानुभूति [Empathy]” था। यह सत्र Pitney Bowes के इंटरनेशनल लाईफ स्किल ट्रेनर लता दसीला जी के द्वारा लिया गया। उन्होंने बच्चों को समझाया कि दूसरों के कष्टों और भावनाओं का अनुभव करने और समझने को समानुभूति कहते हैं। साथ ही उन्होंने सहानुभूति के लाभ को बताते हुए कहा है कि यह सहानुभूति हमारे अंदर के सकारात्मकता को बढाती है, हमारा मानसिक विकास करती है, हमारे अंदर नैतिक गुणों का संवर्धन करती है इत्यादि । इस समानुभूति की भावना को रोपित करने के लिए बच्चों को Mask Activity द्वारा ‘समानुभूति’ के अर्थ को स्पष्ट किया गया।
बच्चों के समक्ष विविध परिस्थितियों को रखा गया और उनकी प्रतिक्रियाओं का आकलन किया गया। तदोपरांत उन्हें भिन्न-भिन्न स्थितियों में किस प्रकार अपनी प्रतिक्रिया करनी है यह सिखलाया गया। इसी दौरान बच्चों ने अपने उन अच्छे गुणों का भी जिक्र किया जिसे वे सबके साथ सांझा करते हैं और उन दुर्गुणों के विषय में भी बताया जिसे वे औरों से छिपाते हैं। इस सत्र में लगभग 28 बच्चे लाभान्वित हुए।
सभी बच्चों ने इस सत्र में बढ़चढ़ कर अपनी सहभागिता दिखायी। बच्चों की सहभागिता व सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखकर लता दसीला जी काफी प्रभावित हुई एवं मंथन सम्पूर्ण विकास केंद्र, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के सामाजिक कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
मंथन – संपूर्ण विकास केंद्र द्वारा निरंतर इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता रहा है ताकि विद्यार्थियों में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके। अतएव मंथन शैक्षणिक विशिष्टता के साथ-साथ विद्यार्थियों के नैतिक विकास के लिए भी कार्यरत है।