नर्सिंग जो की एक “नोबल प्रोफेशन” में आध्यात्म की भूमिका पर जोर देते हुए डी.जे.जे.एस आरोग्य ने दिसंबर 2022 में पटना इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल साइंस, बिहार में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया |
यह एक निर्विवाद तथ्य है कि मरीज को ठीक करने में एक नर्स की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है | और यह पूरी प्रक्रिया न केवल चिकित्सकीय रूप से निर्धारित प्रक्रियाओं पर निर्भर करती है बल्कि एक नर्स के स्वयं के व्यक्तित्व, मानसिक स्तर, आचार, व्यवहार व विचार पर भी निर्भर होती है |
लेकिन अक्सरा न ही केवल साधारण लोगों द्वारा बल्कि मेडिकल केयर से आने वाले लोगों द्वारा भी नर्सों के व्यक्तित्च्व के पूर्ण निर्माण पर इतना जोर नहीं दिया जाता जिससे नर्सिंग जैसा सेवा कार्य भी केवल दायित्व या कार्यों की पूर्ती तक ही सिमित रह जाता है | इसका सीधा सा कारण है की सेवा को लेकर समझ में अपरिपक्वता |
इसी बिंदु पर प्रकाश डालते हुए डीजेजेएस आरोग्य ने पटना इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल साइंस, बिहार में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया, जहां साध्वी अनुराधा भारती जी, प्रतिनिधि, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने नर्सिंग में आध्यात्म की भूमिका को समझाते हुए लगभग 180 युवा प्रतिभागियों को न केवल शिक्षित किया बल्कि अनेको एक्टिविटीज द्वारा उन्हें प्रशिक्षण भी दिया |
इस कार्यक्रम में छात्रों और कॉलेज के अधिकारियों ने अच्छी तरह से भाग लिया और इसकी सराहना की।