दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का सामाजिक प्रकल्प “मंथन – संपूर्ण विकास केंद्र” अभावग्रस्त बच्चों को मूल्याधारित शिक्षा प्रदान करता संपूर्ण शिक्षा कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत पूरे देश में 18 संपूर्ण विकास केंद्र चलाए जा रहे हैं जिसमें लगभग 2000 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को विविध स्तर जैसे शैक्षणिक, शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक स्तर पर पोषित कर उनमें नैतिक मूल्यों को उन्नत करना है। मंथन में पढ़ रहे छात्रों की अंतर्निहित प्रतिभाओं का विस्तार करने हेतु मंथन सदैव लक्षित रहता है । सी० एस० आर अर्थात् कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी। सी० एस० आर के अंतर्गत corporates विभाग, NGO की विभिन्न सामाजिक सुधार गतिविधियों में अपना योगदान करते हैं, जिससे समाज के पिछड़े या वंचित वर्ग को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
इसी के तहत बैंक ऑफ अमेरिका ने दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के मंथन प्रकल्प में सहयोग करने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में बैंक ऑफ अमेरिका की सी.एस.आर. टीम हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मंथन – संपूर्ण विकास केंद्र में बच्चों को रोचक तरीके से पढ़ाने के उद्देश्य से पहुंचे। बैंक ऑफ अमेरिका की सी.एस.आर. टीम शैक्षणिक गतिविधियों द्वारा अधिगम तथा सांस्कृतिक क्रियाकलापों द्वारा छात्रों के विकास हेतु मंथन के साथ जुड़ चुकी है। इस टीम ने प्रतिसप्ताह अपने 5-6 कर्मचारियों को मंथन केंद्र में पढ़ाने व् विभिन्न गतिविधियों में संलग्न करने हेतु भेजने की स्वीकृति दी है।
अपने अनुभवों को सांझा करते हुए कर्मचारियों ने बताया कि वे मंथन के विद्यार्थियों से मिलकर काफी प्रसन्न हुए। साथ ही उन विद्यार्थियों में निहित प्रतिभाओं ने उन्हें आश्चर्यचकित भी कर दिया। उन लोगों ने मंथन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने हेतु यह प्रकल्प बहुत ही उन्नत कार्य कर रहा है।
टीम द्वारा यह परिभ्रमण अत्यन्त ही अविस्मरणीय रहा। मंथन इस टीम के लिए आभारी है जिनकी सहायता से ‘साक्षर भारत, सशक्त भारत’ का स्वप्न को मिलकर आगे बढाने में सहयोग मिल सकेगा। मंथन इस हेतु भविष्य में भी बैंक ऑफ अमेरिका के टीम से साहचर्य की अपेक्षा की है। मंथन और बैंक ऑफ अमेरिका की सी० एस० आर टीम ने साथ मिलकर इस बच्चों की सहायता करने तथा इनके जीवन में आशा की किरणों को बिखेरने का संकल्प लिया है।