दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा दिल्ली के दिव्य धाम आश्रम में 16 अक्टूबर, 2023 को गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) के आशीर्वाद से ‘दिव्य शांति भवन’ का शिलान्यास किया गया। इस आयोजन में भारी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित हुए और वातावरण में दिव्य तरंगों का संचार किया गया।
![DJJS organised Divya Shanti Bhawan Foundation Ceremony at Divya Dham Ashram, Delhi](https://www.djjs.org/uploads/news/im_653209c15294f.jpg)
कार्यक्रम की शुरुआत गुरुदेव के ब्रह्मज्ञानी वेदपाठी शिष्यों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ की गई, जिससे वातावरण सकारात्मक स्पंदन से स्पंदित हो उठा। वेद-मंत्र केवल पर्यावरण को शुद्ध नहीं करते हैं, बल्कि व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी इनके अनगिनत लाभ होते हैं। इसके बाद पूर्ण विधि विधान के साथ हवन-यज्ञ को भी पूर्ण किया गया।
डी.जे.जे.एस प्रतिनिधियों द्वारा प्रेरक आध्यात्मिक प्रवचनों ने भक्तों को अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों एवं गुरुदेव के वास्तविक दृष्टिकोण के प्रति अत्यंत उत्साह से भर दिया। श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में डीजेजेएस विश्व शांति की सुगंध को दुनिया भर में फैला रहा है। केवल आध्यात्मिक ज्ञान (ब्रह्मज्ञान) ही मानव जाति को दुर्भाग्यपूर्ण विपत्तियों से बचा सकता है और विश्व शांति को पुनः स्थापित कर सकता है। ब्रह्मज्ञान आधारित ध्यान-साधना मानव मन के अनियंत्रित घोड़ों को नियंत्रित करने के लिए एक चाबुक के रूप में कार्य करती है। एक शांतिपूर्ण और नियंत्रित मन ही भौतिक और आध्यात्मिक- दोनों ही क्षेत्रों में सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त कराने के लिए एक शक्तिशाली माध्यम सिद्ध हो सकता है। प्रत्येक व्यक्ति का आंतरिक परिवर्तन ही विश्व शांति की नींव बनाता है।
![DJJS organised Divya Shanti Bhawan Foundation Ceremony at Divya Dham Ashram, Delhi](https://www.djjs.org/uploads/news/im_653209c0afd5f.jpg)
अंत में भक्तों के लिए सामूहिक ध्यान सत्र रखा गया। यह नकारात्मक प्रवृत्तियों का शोधन करने और अपने मन एवं आत्मा को शांत करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। निःसंदेह, ‘दिव्य शांति भवन’ गुरुदेव के ‘विश्व शांति’ के स्वप्न को साकार करने में एक अहम् भूमिका अवश्य निभाएगा। विश्व जल्द ही एक उल्लेखनीय चरण-परिवर्तन का गवाह बनेगा, जब शांति फिर से स्थापित होगी और यह धरा स्वर्ग तुल्य बन जायेगी।