कला मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ, समस्याओं को हल करने की क्षमता में सुधार करती है, तथा पाठ्यक्रम-आधारित शिक्षा से परे समग्र विकास कर, व्यक्तित्व निर्माण, निर्णय लेने के कौशल और आत्मविश्वास की क्षमता बढ़ाने में योगदान करती है। मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र समय-समय पर अनेक कार्यशालाओं के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के साथ ही उनकी रचनात्मक कौशल क्षमता के विकास हेतु भी कार्यरत है l इसी श्रृंखला में मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र द्वारा पहली बार 10-20 जनवरी 2022 के मध्य "Doodling Workshop" का आयोजन किया गया। कार्यशाला में देशभर से 90 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों की रचनात्मकता और कल्पना शक्ति को विकास की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करना था। इस कार्यशाला का आयोजन लोगों के बीच Doodling कला में रुचि और जिज्ञासा पैदा करने के लिए किया गया था ताकि उनमे सकारात्मक कौशल का प्विकास हो सके। Doodling कला चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े होने के कारण मन को शांत करने और ध्यान बढ़ाने के लिए भी उपयोगी है। इसके अलावा डूडलिंग कला विचारों को प्रवाहित करने और कुछ नया बनाने के लिए अनुसरण करने की प्रथा का भी प्रतिनिधित्व करती है। स्केचिंग भी कला का एक आयाम है जिसमें अनगिनत बारीकियों का पता लगाना है। कार्यशाला के अंतर्गत प्रतिभागियों को Line Art, Zentangles, Character Building and Lettering, Postures, Sketch Notes, Observation Techniques and Idea Generation आदि सिखाया गया l कुल मिलकर कार्यशाला अत्यंत रुचिकर रही और प्रतिभागियों ने भी उत्साहपूर्वक इसमें भाग लिया l कार्यशाला के समापन दिवस पर प्रतिभागियों में प्रशस्ति पत्र का वितरण किया गया।