मंथन-सम्पूर्ण विकास केंद्र मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा १३ नवम्बर २०२२ को मल्लासंद्र, बेंगलुरु, कर्नाटक में एक विशेष संस्कारशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में बच्चों के साथ उनके माता-पिता ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम का आरंभ मंथन कार्यकर्ता द्वारा रोमांचक रूप से बच्चों के साथ वार्तालाप से हुआ। इस कार्यक्रम से बच्चों में आगे की गतिविधियों के लिए उत्साह जागृत हुआ और वे खुल कर अपने विचार व्यक्त कर पाए। इसके बाद, कुछ देर के लिए सभी बच्चों ने ॐ श्री अशुतोषाय नमः महामंत्र के साथ ध्यान किया तदोपरांत, बच्चों ने साध्वी दीपा भारती जी द्वारा एक श्लोक तथा उसके अर्थ को सीखा। बच्चों ने बढ़-चढ़कर साध्वी जी के प्रश्नों का उत्तर दिया व श्लोक में छिपे मर्म को भी समझा।
कार्यक्रम को और रोमांचक बनाते हुए मंथन के कार्यकर्ताओं ने बच्चों को हास्य-योग, तरह-तरह की दौड़ और एक्टिविटीज करवाई। इन सत्रों से बच्चों ने सीखा की उन्हें हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए तथा प्रत्येक अवस्था में प्रसन्न रहना चाहिए। साथ ही इन सत्रों के माध्यम से बच्चों ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में सम्मिलित होते हुए उत्तर दिए और प्रतिज्ञा की कि वे जंक-फ़ूड के सेवन से परहेज़ करेंगे व अपने जीवन में स्वास्थ्यवर्धक फल सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करेंगे।
संसथान की प्रचारिका साध्वी ऋतु भारती जी, साध्वी निशंका भारती जी, साध्वी सिद्धयोगा भारती जी एवं साध्वी साक्षी भारती जी ने बच्चों के साथ विशिष्ट चर्चा कर अपने ज्ञानवर्धक व्याख्यान से उन्हें प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन एक देशभक्ति नृत्य के साथ हुआ, जिसके बाद सभी प्रतिभागियों ने एकसाथ नृत्य किया। कार्यशाला के अंत में, छात्रों ने अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा की उन्होंने स्वस्थ जीवन शैली को संस्करशाला में आकर सीखा।