माँ भगवती रचनात्मक ऊर्जा का नारी स्वरुप अवतार है। माँ का शक्ति रूप में सम्बोधन माँ भगवती के योद्धा पक्ष को दर्शाता है।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने 18 अगस्त, 2018 को हरियाणा के फतेहाबाद जिला के तोहाना क्षेत्र में माँ भगवती जागरण का आयोजन किया। विचारों व भेटों के माध्यम से माँ भगवती की दिव्य लीलाओं में निहित रहस्यों व महिमा से लोगों को परिचित करवाया गया।
सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्याओं साध्वी मंगलावती भारती जी और साध्वी रुपेश्वरी भारती जी ने विचारों व भजनों द्वारा भगवती जागरण का सुंदर प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने लोगों को माँ देवी लीलाओं में निहित दिव्यता और प्रतीकात्मकता के बारे में ज्ञान दिया। देवी माँ वह सर्वोच्च शक्ति है जो इस सम्पूर्ण सृष्टि की रचना, संचालन व विध्वंस का मुख्य प्रतिनिधित्व करती हैं। मानव के भीतर व्याप्त बुरी प्रवृतियाँ ही असुर है जिन्हें रोकने के लिए अंतर्निहित इसी सर्वोच्च शक्ति को जानने की आवश्यकता है। अपनी आंतरिक ऊर्जा का उपयोग करने की प्रक्रिया को ही 'शक्ति जागरण' कहा जाता है। माँ भगवती के ज्ञान द्वारा निरंतर दिव्यता से जुड़कर मानव सभी प्रकार की परिस्थितियों का साहसपूर्वक सामना करने हेतु सशक्त बना पाता है। ब्रह्मज्ञान वह साधन है जिसके द्वारा हमारे भीतर दिव्यता व शक्ति का अवतरण सम्भव होता है। समय के आध्यात्मिक सतगुरु ब्रह्मज्ञान द्वारा सकारात्मक निष्क्रिय ऊर्जा को सक्रिय करते हैं जिससे मानव जीवन की विकटताओं का सामना करने की शक्ति अर्जित करता हैं।
भक्ति रचनाओं व भेटों की श्रृंखला ने श्रद्धालुओं को आंतरिक शांति की ओर बढ़ने हेतु प्रोत्साहित किया। साध्वी जी ने ईश्वर के आंतरिक साम्राज्य को जानने और अनुभव करने के महत्व को स्पष्ट रूप से समझाया। ब्रह्मज्ञान आधारित ध्यान पद्धति जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सक्षम है। जागरण की दिव्य तरंगों ने श्रद्धालुओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम का समापन माँ भगवती की आरती व प्रसाद वितरण से हुआ।