अनंत चेतना ने ही सृष्टि की समस्त रचनाओं को निर्मित किया है। लेकिन अलग-अलग प्रवृति के कारण विभिन्न लोग उसे अलग-अलग रूप में देखते हैं। उसी तरह आत्मा, मनुष्य का मूल है और आत्मा द्वारा ही व्यक्ति ईश्वर का अनुभव करने में सक्षम हो सकता है, परन्तु उस शक्ति के प्रति हम अनभिज्ञ रहते हैं।
माँ दुर्गा दिव्य ऊर्जा और सृजनात्मक शक्ति का अवतार हैं। भारतीय संस्कृति में यद्यपि देवी-देवताओं के असंख्य रूप हैं और अंततः सभी एक हैं, परन्तु फिर भी माँ दुर्गा-रूप सबसे अधिक लोकप्रिय है।
माँ शक्ति की असीम कृपा के बारे में भक्तों को परिचित करवाने हेतु 30 मार्च 2019 को मंटोवा, इटली में “माता की चौकी” का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम का संचालन दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा किया गया। संस्थान प्रतिनिधि ने मुख्य वक्ता की भूमिका निभाते हुए सदगुरु श्री आशुतोष महाराज जी के अन्य शिष्यों के साथ कार्यक्रम को प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का आरम्भ माँ के श्री चरणों में प्रार्थना के साथ हुआ। आयोजकों ने सभी अतिथियों, प्रचारकों, स्वयंसेवकों और दर्शकों का अभिवंदन किया। भक्ति संगीत की धुनों से सजे मधुर भजनों की श्रृंखला ने वातावरण में दिव्य ज्ञानोदय को प्रसारित किया।
माता की चौकी प्रेरणादायक व सार्थक भजनों से परिपूर्ण थी जिसके द्वारा उपस्थित भक्तों को आंतरिक दुनिया और उनके सच्चे आंतरिक स्वरूप से जुड़ने में सहयोग मिला। प्रवक्ता ने भीतर निहित अनंत ईश्वर के विषय में विस्तृत विचार प्रदान किए। सभी मानवों का यह अधिकार व कर्तव्य है की वह "ब्रह्मज्ञान" पद्धति द्वारा ईश्वर साक्षात्कार को प्राप्त करें। माँ दुर्गा का अवतरण दुष्टों के संहार के लिए हुआ। प्रवक्ता ने सर्वोच्च ज्ञान के दिव्य प्रकाश द्वारा अंतर्निहित क्षमता का जागृत करने हेतु सबको प्रोत्साहित किया। ब्रह्मज्ञान पद्धति ही समग्र विकास का आधार है, इसके माध्यम से मानव शक्ति, एकाग्रता और दृढ़ता को प्राप्त कर सकता है।
माता की चौकी ने आंतरिक जगत में आध्यात्मिक प्रकाश को प्रज्वलित करके आत्म-स्वरूप को जगाने के अपने प्रमुख उद्देश्य को सफलतापूर्वक पूरा किया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने आध्यात्मिकता की ओर बढ़ने का उत्साह पाया। लोग भक्ति गीतों को सुनकर मंत्रमुग्ध हुए और साथ ही भक्ति-शक्ति के मूल्यवान संदेश को प्रदान कर, उन्हें अपने भीतर विद्यमान वास्तविक "शक्ति" को देखने हेतु प्रोत्साहित किया गया।