भव्य सात दिवसीय ‘श्री राम कथा’ के शुभारंभ हेतु ‘दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान’ द्वारा 6 नवंबर 2022 को सेक्टर 21, कंझावला रोड, रोहिणी, दिल्ली में एक विशाल कलश यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित करना व विश्व को बेहतर बनाने में आत्म-जाग्रति के महत्व को दर्शाना था।
कलश यात्रा द्वारा 7 से 13 नवंबर 2022 तक चलने वाली भव्य ‘श्री राम कथा’ में भाग लेने के लिए सभी क्षेत्र वासियों को आमंत्रित किया गया। इस कथा का वाचन गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) की शिष्या कथा व्यास साध्वी श्रेया भारती जी करेंगी।
कलश यात्रा में सेवादारों व अनुयायियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। सभी ने ‘श्री राम कथा’ के ध्वजों सहित ‘आत्म-जाग्रति से विश्व शांति’ के बुलंद उद्घोष लगाए। कलश यात्रा के माध्यम से ‘ब्रह्मज्ञान’ की वर्तमान समय में प्रासंगिकता उभर कर सामने आई। यात्रा के दौरान भारी संख्या में शिष्यों ने गंगा जल से भरे कलशों को शीश पर धारण किया।
कलश यात्रा के माध्यम से सभी को समय के पूर्ण सतगुरु की शरण को प्राप्त कर ‘ब्रह्मज्ञान’ द्वारा अपने जीवन को रूपांतरित करने के लिए प्रेरित किया गया।
‘ब्रह्मज्ञान’ द्वारा जागृत तृतीय नेत्र जीवन को परिवर्तित कर देता है, जिसे केवल एक पूर्ण आध्यात्मिक गुरु की कृपा द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है। आध्यात्मिक ज्ञान को प्राप्त कर मनुष्य आत्म जागृत हो जाता है और अपने जीवन में आने वाली सभी चुनौतियों का डट कर सामना करने में सक्षम बनता है। दम तोड़ती मानवता में फिर से प्राण भरने और एक शांतमय विश्व बनाने का एकमात्र साधन ‘ब्रह्मज्ञान’ है। ज्ञान वर्धन करती इस यात्रा ने असंख्य लोगों का ध्यान आकर्षित किया और सभी ने डीजेजेएस द्वारा आयोजित ‘कलश यात्रा’ के पीछे छिपे आध्यात्मिक मर्म व उनके प्रयासों की सराहना भी की।