प्रयागराज, 2 फरवरी 2025 - दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के युवा जाग्रति अभियान SAM ने ‘युवाकुंभ’ का भव्य आयोजन किया, जो जोश और ऊर्जा से भरपूर था। यह आयोजन दिव्य गुरु श्रीआशुतोष महाराज जी की दिव्य दृष्टि के तहत संपन्न हुआ।

हज़ारों युवाओं ने गंगेश्वर बजरंगदास चौराहे पर ऐसा समां बांधा और कार्यक्रम को एतिहासिक बना दिया। ‘Face 2 Face with the Real Influencer’ केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एकयुवाक्रांति थी, जिसने युवाओं के अंदर जोश के साथ होश भी भर दिया|
शाम का आगाज SAM के इन-हाउस फ्यूजन रॉक बैंड ‘ईटरनल ब्लिस’ के धमाकेदार परफॉर्मेंस केसाथ हुआ। भगवा वस्त्रों में संन्यासी रॉकर्स ने वैदिक मंत्रों, और रॉक-एन-रोल की अद्भुत जुगलबंदी सेमंच पर समा बांध दिया। उन्होंने अपनी मौलिक रचनाओं के माध्यम से ऐसा माहौल पैदा किया जिसनेश्रोताओं को गहराई से प्रभावित किया। उनके मधुर और ऊर्जावान गीतों ने युवाओं के दिलों में भारतकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर में निहित स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं से एक नई सोच को जगाया।उनके द्वारा गाया गीत 'हम संस्कृति के लिए विवेकानंद स्वयं बन जाएंगे' केवल एक गीत नहीं, बल्कि वह आध्यात्मिक क्रांति का बिगुल था जिसने दर्शकों को पूरी तरह मंत्रमुग्ध कर दिया।

इसके बाद मंच पर ‘ईटरनल स्प्लेंडर’, ने अविस्मरणीय बैले प्रस्तुत किया। यह केवल एक नृत्यनाटिका नहीं, बल्कि मंच पर एक सिनेमाई अनुभव था। इसने स्वामी विवेकानंद की आत्म-संधान सेलेकर उनकी वैश्विक प्रभाव यात्रा को जीवंत कर दिया। जब धर्म महासभा में उनके ऐतिहासिक भाषणको फिर से प्रस्तुत किया गया, तो दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। निकोला टेस्ला, जे.आर.डी. टाटा और अन्य वैश्विक आइकॉन जिन्होंने स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा ली थी, मंच परजीवंत हो उठे, यह साबित करते हुए कि स्वामी विवेकानंद मात्र एक संत ही नहीं, बल्कि एक क्रांतिथे।
इसके बाद, DJJS की प्रचारिका साध्वी रुचिका भारती जी ने अपनी प्रभावशाली वाणी से सभा कोझकझोर कर रख दिया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की आत्म-साक्षात्कार यात्रा को आज की युवा पीढ़ीकी चुनौतियों से जोड़ा और बताया कि कैसे हम ब्रह्मज्ञान ध्यान के माध्यम से भटकाव से ऊपर उठसकते हैं। उनके शब्द “आत्म-साक्षात्कार ही राष्ट्र-निर्माण का ईंधन है” ने युवाओं में जोश भर दिया, जिससे वे भारत के भविष्य को सवारने के लिए प्रेरित हुए।
जब अंत में लगा कि रात इससे अधिक ऊर्जावान नहीं हो सकती, तभी मशहूर लेखक, उत्तर प्रदेश केमुख्यमंत्री ‘योगी आदित्यनाथ जी’ के जीवनीकार, राजनीतिक विश्लेषक एवं युवाओं के प्रेरणास्रोतश्री शांतनु गुप्ता जी मंच पर आए और उन्होंने स्वामी विवेकानंद के नेतृत्व की आधुनिक समय मेंप्रासंगिकता पर प्रकाश डाला और SAM के निःस्वार्थ सेवा कर रहे स्वयंसेवकों की भूरी-भूरी प्रशंसाकी।
इस कार्यक्रम का समापन बड़े ही शानदार तरीके से हुआ- हजारों युवाओं ने एक स्वर में अपने हाथउठाकर स्वामी विवेकानंद के आदर्शों - निर्भयता, समर्पण और निःस्वार्थ सेवा को अपनाने की प्रतिज्ञाली। पूरा वातावरण संकल्प से गूंज उठा, ऊर्जा अविश्वसनीय थी और संदेश स्पष्ट था। महाकुंभ कोइस बार ऐसी ऊर्जा मिली जो पहले कभी नहीं देखी गई। SAM ने केवल एक आयोजन नहीं किया, बल्कि एक आंदोलन को जन्म दिया!