मानव मन को आंतरिक जागृति और विकास के मार्ग की ओर अग्रसर करने हेतु तथा माँ शक्ति के आराधन के पीछे निहित दिव्यता से लोगों को परिचित करवाने के लिए, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) ने 25 दिसंबर 2019 को हरियाणा के बहादुरगढ़ में "शक्ति आराधन" का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ शक्ति के श्री चरणों में दिव्य प्रार्थना से हुआ। भक्ति गीतों की श्रृंखला ने वातावरण में सकारात्मक तरंगों को प्रसारित किया।
सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी अदिति भारती जी ने विभिन्न प्रेरणादायक दिव्य कहानियों को भक्तों के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि माँ शक्ति मानव जीवन की सभी नकारात्मकता को दूर करने का एक शक्तिशाली स्रोत है। माँ द्वारा दानव महिषासुर का अंत करने का अर्थ था कि आध्यात्मिक शक्ति द्वारा ही विनाशकारी ऊर्जा को समाप्त किया जा सकता है। सभी महान संतों और ऋषियों ने घोषणा की है कि प्रभु हर मानव के हृदय में विद्यमान हैं। लेकिन अंतर्जगत में ईश्वरीय शक्ति के साक्षात्कार व अनुभव के अभाव में हम उस असीम क्षमता को पहचान नहीं सकते हैं। ईश्वरीय शक्ति मानव में सभी नकारात्मकता को मिटाने का एक शक्तिशाली तरीका है। एक सक्षम सतगुरु के बिना यह संभव नहीं है, मात्र वे ही मन को नियंत्रित करने की कला से साधक को परिचित करवाते हैं। इसलिए मानव के लिए यह अनिवार्य है कि वह पूर्ण संत द्वारा ब्रह्मज्ञान की दिव्य ज्ञान को प्राप्त करे। हमें “मन” से “आत्मा” तक की यात्रा को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
इस अवसर सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी नरेंद्रानंद जी ने डीजेजेएस के लक्ष्य व गतिविधियों को उपस्थित विद्वत समाज के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि गुरुदेव सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की कृपा व दिशानिर्देश से संस्थान विश्व-स्तर पर ब्रह्मज्ञान के प्रचार व प्रसार द्वारा विश्व शांति के लक्ष्य प्राप्ति हेतु सफलतापूर्वक प्रयासरत है। स्वामी जी ने संस्थान द्वारा चलाए जा रहे भारतीय गौ नस्ल सुधार और संरक्षण कार्यक्रम "कामधेनु" के विषय बताया। उन्होंने समझाया कि भारतीय गौ भारत की अर्थव्यवस्था की धुरी है अतः इस कार्यक्रम द्वारा भारतीय गौ संरक्षण की नितांत अनिवार्यता है। कार्यक्रम के अंत में शक्ति आराधन की दिव्यता ने सभी में दिव्य भक्ति भावना का संचार किया व साथ ही लोगों ने भारतीय गौ संरक्षण हेतु अपना सहयोग देने का प्रण किया। कार्यक्रम ने सभी की भीतर अपनी आध्यात्मिक दिव्यता को चिन्हित किया। कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि: श्री दीपेंद्र सिंह हुड्डा (पूर्व सांसद, भारत सरकार), श्रीमती गीता भुक्कल (विधायक - झज्जर और पूर्व कैबिनेट मंत्री, हरियाणा सरकार), श्री राजेंद्र सिंह जून (विधायक- बहादुरगढ़, हरियाणा सरकार), श्री कृष्ण लाल मिड्ढा (विधायक-जींद, हरियाणा सरकार)।