गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) के दिव्य मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 28 मार्च से 3 अप्रैल 2023 तक सोनीपत, हरियाणा में सात दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन किया गया। कथा का उद्देश्य उपस्थित श्रोताओं को परमात्मा के शाश्वत सत्य ‘ब्रह्मज्ञान’ से अवगत कराना रहा। कथा व्यास साध्वी पद्महस्ता भारती जी ने प्रभु श्री राम के उच्च व्यक्तित्व का विवरण देते दिव्य उपदेशों को संगीतमय भजनों, दिव्य छंदों और विचार-उत्तेजक यथार्थवादी व्याख्याओं सहित प्रस्तुत किया।
साध्वी जी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे वाल्मीकि रामायण परम सत्य को स्थापित करती है कि श्री राम ही वेदों के आदि, मध्य और अंत में देखे जाने वाले परम ब्रह्म हैं और वे ही सब के आदि कारण रूप हैं। धर्म के मार्ग पर चलने वाले श्री राम से बढ़कर संसार में कोई नहीं है; ऐसा धर्मग्रंथ घोषित करते हैं और भगवान राम को चरित्र में अद्वितीय और अतुलनीय बताते हैं। राम पुरुषों में श्रेष्ठ (पुरुषोत्तम) हैं। भगवान राम शाश्वत और दिव्य सत्य हैं। यदि आप इस सत्य को जानना चाहते हैं, तो आपको दिव्य-नेत्र प्राप्त करने की आवश्यकता है, जिसे हमारे ग्रंथों में "आत्मा की आँख" भी कहा जाता है।
"जानी जानी रे राजा राम की कहानी, अंतरि जोति राम परगासा गुरुमुखि बिरलै जानी" यह वाक्यांश दर्शाता है कि दिव्य-ज्ञान (ब्रह्मज्ञान) में दीक्षित होने के बाद ही व्यक्ति अपनी आत्मा के भीतर भगवान राम का अनुभव कर सकता है। जब पूर्ण आध्यात्मिक गुरु (पूर्ण सतगुरु) द्वारा दिव्य-नेत्र को सक्रिय किया जाता है, तो व्यक्ति स्वयं को प्रभु के साथ जोड़ पाता है। वह गुरुमुख कितना भाग्यशाली है (एक व्यक्ति जो भीतर की ओर मुड़ा हुआ है और अपने गुरु के प्रति समर्पित है) जो जानता है की उसका अंतःकरण भगवान के प्रकाश से प्रकाशित हो चुका है। यही हमारे जीवन का लक्ष्य है कि हम स्वयं को जानें और अपने भीतर बैठे परमात्मा को अनुभव करें। साध्वी जी ने ब्रह्म ज्ञान के महत्व को समझाते हुए कहा कि भगवान राम जैसे पूर्ण आध्यात्मिक गुरु ही दिव्य-ज्ञान के आशीर्वाद से हमें धर्म के पथ पर अग्रसर कर सकते हैं।
साध्वी जी ने कथा का समापन करते हुए कहा कि दुनिया को वर्तमान समय में सदाचार और सिद्धांतों के मार्ग पर चलने वाले लोगों की पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है। इस प्रयोजन के लिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक मनुष्य को यह ईश्वरीय-ज्ञान प्राप्त हो। डीजेजेएस के साथ कोई भी अपनी आंतरिक यात्रा शुरू कर सकता है, यह जानकर कि श्री आशुतोष महाराज जी आधुनिक समय के पूर्ण गुरु हैं। उन्होंने लाखों लोगों के जीवन को आध्यात्मिक रूप से परिवर्तित किया है। साध्वी जी ने भक्तों और सभी ईश्वर-जिज्ञासुओं को विश्व शांति के लक्ष्य में योगदान करने हेतु आमंत्रित किया।
भगवान राम से जुड़ी दिव्य कथाओं की श्रृंखला ने श्रोताओं के मन को रोमांचित कर सात दिवसों तक कथा से बांधे रखा। इस कार्यक्रम को अग्रणी प्रिंट मीडिया द्वारा सफलतापूर्वक कैप्चर किया गया जिसने जीवन के शाश्वत सत्य को जन-जन तक पहुंचाने में योगदान दिया। इस भव्य आयोजन ने मीडिया और रिपोर्टर को गदगद किया। कार्यक्रम में उपस्थित गण माननीय अतिथियों ने डीजेजेएस के निःस्वार्थ व पवित्र प्रयासों को खूब सराहा।