भगवान राम के जीवन चरित्र में निहित आध्यात्मिक संदेशों को उजागर करने हेतु, गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) के मार्गदर्शन में ‘दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान’ द्वारा गुरुग्राम, हरियाणा में 21 से 27 नवंबर 2023 तक भव्य ‘श्री राम कथा’ का आयोजन किया गया। सात दिवसीय श्री राम कथा के शुभारंभ हेतु एक दिवस पूर्व 20 नवंबर 2023 को एक भव्य कलश यात्रा का आयोजन भी किया गया।
विश्व प्रसिद्ध डीजेजेएस प्रचारक एवं कथा व्यास साध्वी दीपिका भारती जी ने उपस्थित भक्तजनों को रामायण में निहित आलौकिक आध्यात्मिक रत्नों से परिचित करवाया। भावपूर्ण भजनों व प्रेरणादायक प्रवचनों ने प्रत्येक हृदय को भगवान राम के भक्ति रस से सराबोर कर दिया।
साध्वी जी ने बताया कि भगवान राम धर्म की स्थापना हेतु धरा पर अवतरित हुए थे। साध्वी जी ने रामायण में निहित भगवान राम के जीवन प्रसंगों का सुंदर विवरण प्रस्तुत करते हुए वर्तमान समय में उनकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ‘राम राज्य’ की स्थापना वास्तविक अर्थों में आधुनिक दुनिया में धर्म, समता, शांति व सदाचरण के आदर्शों को स्थापित करना है। ‘राम राज्य’ सभी धर्मों में एकता, सम्मान व सद्भावना को प्रमुखता देता है व समाज के जागृत लोगों का आह्वान करता है।
कथा का वाचन करते हुए आगे साध्वी जी ने बताया कि ब्रह्मज्ञान अर्थात ‘आत्म-साक्षात्कार’ स्व-रूपांतरण हेतु नितांत आवश्यक है। तदोपरांत ही भगवान राम के आध्यात्मिक सिद्धांतों व पूर्ण भक्ति को धारण किया जा सकता है।
समय के पूर्ण सतगुरु ‘श्री आशुतोष महाराज जी’ आज जन जन को ब्रह्मज्ञान प्रदान कर रहे हैं। ब्रह्मज्ञान द्वारा श्री महाराज जी ने असंख्य लोगों के जीवन में क्रांति का उद्घोष किया है। एक पूर्ण सतगुरु जन मानस को यह ब्रह्मज्ञान प्रदान करके उन्हें न केवल आध्यात्मिक स्तर पर सशक्त बनाते हैं , बल्कि संतप्त व शुष्क हृदयों को सुख व शांति से भी आलोकित कर देते हैं। इस कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथियों की भी उपस्थिति देखी गई। इस भव्य आध्यात्मिक कार्यक्रम ने प्रकाशन पत्रों का ध्यान आकर्षित किया व कई स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक व प्रकाशन पत्रों ने इसका बढ़-चढ़ कर उल्लेख किया।
श्री राम कथा के पवित्र वातावरण ने भक्तों में शांति व सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। उपस्थित श्रोताओं ने दम तोड़ती मानवता को ब्रह्मज्ञान द्वारा शांतमय वैश्विक परिवार में परिवर्तित करने की भूमिका निभाने में डीजेजेएस के प्रयासों की सराहना की।