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दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) द्वारा गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में, 12 से 18 अक्टूबर 2023 तक श्री गंगानगर, राजस्थान में 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में भक्त और अनुयायी सम्मिलित हुए। इस विशाल आयोजन के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण की दिव्य कृपा का भक्तों ने खूब लाभ लिया। कथाव्यास साध्वी कालिंदी भारती जी ने श्रीमद्भागवत पुराण के अनेक प्रसंगों के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण के दिव्य उपदेशों का वर्णन किया। उन्होंने भगवान कृष्ण की शिक्षाओं की व्याख्या की और साथ ही, आज की दुनिया में श्रीमद्भागवत की प्रासंगिकता का वर्णन भी किया

Shrimad Bhagwat Katha at Sri Ganganagar, Rajasthan explained the path of true Spirituality to attain self-realization & Global peace

साध्वी जी ने भगवान श्री कृष्ण द्वारा जन मानस को प्रदान किए गए ब्रह्मज्ञान का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि ब्रह्मज्ञान स्वयं के भीतर ईश्वर की वास्तविक अनुभूति है। सच्ची भक्ति तभी संभव है जब मनुष्य पूर्ण गुरु की शरणागत होकर ब्रह्मज्ञान प्राप्त कर लेता है। तभी वह अपने मानव जन्म को प्राप्त करने का वास्तविक अर्थ और अपने जीवन का वास्तविक लक्ष्य समझ पाता है। साध्वी जी ने आगे ब्रह्मज्ञान के महत्व को समझाते हुए कहा कि इस ज्ञान के मार्ग पर चलकर ही हम मृत्यु और जन्म के चक्र से मुक्त हो पाते हैं। आज दिव्य गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी इसी ब्रह्मज्ञान को विश्वभर  में जन जन को प्रदान कर रहे हैं। इस ज्ञान के माध्यम से श्री आशुतोष महाराज जी ने लाखों-करोड़ों लोगों के जीवन को बदला है तथा उन्हें श्रेष्ठता की राह पर चलाया है। अंत में साध्वी जी ने भक्तों का आह्वान करते हुए कहा कि ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति व आध्यात्मिक उत्थान के लिए संस्थान के द्वार सभी के लिए खुले हैं।

कार्यक्रम ने उपस्थित भक्तों  के मन पर एक अमिट छाप छोड़ी। सभी ने संस्थान द्वारा किए गए प्रयासों की भूरि भूरि प्रशंसा की।

Shrimad Bhagwat Katha at Sri Ganganagar, Rajasthan explained the path of true Spirituality to attain self-realization & Global peace

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